मेरठ: पीडब्ल्यूडी ने इनर रिंग रोड के लिए 350 करोड़ का एस्टीमेट तैयार किया है। अब इनर रिंग रोड का सपना जल्द ही पूरा होता दिखाई दे रहा हैं। ये इनर रिंग रोड हापुड़ रोड से दिल्ली रोड को आपस में कनेक्ट करेगा, जिसकी लंबाई 7.5 किलोमीटर होगी। इनर रिंग रोड फोर-लेन का बनेगा। पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने 350 करोड़ का एस्टीमेट वर्तमान में तैयार किया है, जिसको शासन को भेजा जाएगा। भेजने की समय सीमा एक सप्ताह रखी गई हैं।

इनर रिंग रोड का एस्टीमेट शासन को लखनऊ भेज दिया जाएगा। लंबे समय से हापुड़ रोड को दिल्ली रोड से कनेक्ट करने का प्रस्ताव कागजों में लटका हुआ था। यही नहीं, रेल विभाग ने दो नौ वर्ष पहले ही रेलवे क्रासिंग पर पुल बनाकर खड़ा भी कर दिया, लेकिन मेरठ विकास प्राधिकरण जमीन का अधिग्रहण ही नहीं कर पाया, जिसके चलते इनर रिंग रोड का यह प्रोजेक्ट 9 साल से लटका पड़ा है।

रेल विभाग का पुल निर्माण में पैसा भी खर्च हो गया, लेकिन मेरठ विकास प्राधिकरण इसके लिए किसानों से जमीन का अधिग्रहण ही नहीं कर सका। समाजवादी अखिलेश यादव की सरकार में इनर रिंग रोड का प्रस्ताव पर तेजी से काम हुआ, लेकिन इसके बाद फाइल कागजों में ही प्लानिंग में चलती रही। बाद में एमडीए के अधिकारियों ने इनर रिंग रोड की फाइल को लेकर हाथ खड़े कर दिये थे, जिसके बाद कहा था कि एमडीए के पास जमीन अधिग्रहण करने और फोर लेन सड़क का निर्माण करने के लिए बजट नहीं हैं।

इस तरह से इस प्रोजेक्ट से एमडीए के अधिकारियों ने हाथ खींच लिये थे। लंबे समय से इस प्रोजेक्ट की फुटबाल बनी हुई हैं। एमडीए से इस प्रोजेक्ट की फाइल पीडब्लयूडी को भेज दी गई थी। वहां भी प्लानिंग दर प्लानिंग चलती रही, लेकिन काम कुछ नहीं हुआ। वर्तमान में फिर से इनर रिंग रोड का निर्माण करने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने ली हैं।

यही वजह है कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने 350 करोड़ के प्रस्ताव तैयार कर इनर रिंग रोड पर तेजी से काम चालू कर दिया हैं। यूपी सरकार ने भी मेरठ में इनर रिंग रोड के लिए बजट रखा हैं, जिसके बाद ही पीडब्ल्यूडी के अधिकारी इस दिशा में तेजी के साथ काम कर रहे हैं।