मेरठ। मेरठ-गढ़ हाईवे-709ए के चौड़ीकरण का कार्य अब धरातल पर नजर आने लगा है। चौड़ीकरण के लिए हाईवे के किनारे पर पत्थर डालकर पक्का किया जा रहा है। इसके लिए करीब 400 ऐसे भवनों को चिह्नित किया गया है, जिन्हें मुआवजे के बाद ध्वस्त किया जाएगा। वहीं अब तक 3382 पेड़ों की कटाई भी की जा चुकी है। अगले दो साल में इस हाईवे को पूर्ण किए जाने का लक्ष्य है।
करीब 50 किलोमीटर लंबे मेरठ-गढ़ हाईवे के चौड़ीकरण के लिए तीन किलोमीटर लंबे हसनपुर बाईपास का कार्य भी तेज हो गया है। इस बाईपास के लिए जमीन अधिग्रहण हो चुका है। हसनपुर से भटीपुरा के बीच किनारे पर मिट्टी डालने के बाद पत्थर डालने का काम शुरू कर दिया गया है। हसनपुर गांव को पार करने के लिए माछरा संपर्क मार्ग से बनाए जाने वाले बाईपास का निर्माण कार्य भी तेजी से पूरा किया जा रहा है।
हाईवे किनारे हरित पट्टी में लगाए गए सरकारी नलों को अधिकारियों के निर्देश के बाद भी नहीं हटाया गया। मेरठ से गढ़ के बीच अभी तक बायीं दिशा में ही चौड़ीकरण का कार्य शुरू किया गया था। अब रास्ते में स्थायी निर्माण, पेड़ व धार्मिक स्थलों के साथ नलकूप आदि को हटाकर रास्ता साफ किया जा रहा है।
अभी सबसे अधिक दिक्कत सरकारी नलों को लेकर है। हाईवे के किनारे हरित पट्टी में विभिन्न विभागों द्वारा सरकारी नल लगाए गए थे। अब चौड़ीकरण शुरू होने के साथ ही जल निगम को नलों को हटाने के लिए कहा गया। अधिकांश नल नहीं हटाए जा सके हैं। एक नल को लगाने में 25 से 30 हजार रुपये का बजट खर्च होता है। मेरठ से गढ़ के बीच 70 से 80 नल अभी हैं जिन्हें मिट्टी में दबाया जा रहा है।