मुंबई. राजू श्रीवास्तव नाम सुनते ही चेहरे पर मुस्कान खिल उठती है। दिमाग में गजोधर, संकठा, बैजनाथ और पुत्तन जैसे नाम घूम जाते हैं। राजू ने इन नामों का अपनी कॉमेडी में इतना प्रयोग किया कि यह नाम देशव्यापी हो गए। गजोधर तो इतना पॉपुलर हुआ, खुद राजू श्रीवास्तव का नाम पड़ गया।
आज हम राजू श्रीवास्तव के उन 5 चर्चित कॉमेडी डायलॉग को जानेंगे जिसने उन्हें शिखर पर पहुंचा दिया, लेकिन इसके पहले हम उनके उपनाम गजोधर भइया की कहानी जान लेते हैं।
राजू श्रीवास्तव के मामा का घर उन्नाव के बीघापुर गांव में है। राजू बताते हैं, “बचपन में जब हम मामा के घर जाते थे उस वक्त वहां बाल काटने के लिए एक नई आते थे। उनका नाम गजोधर था। हमेशा मजे लेते रहते थे। सीने पर गिटार का टैटू बनवाया था। कहते थे कि जब खुजली करता हूं तब ये बजता है। वह इतने मजाकिया थे कि उनका नाम मेरी जुबान पर चढ़ गया।”
द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज शो के पहले सीजन के फाइनल तक पहुंचे थे राजू। ये तस्वीर उसी शो के दौरान की है।
द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज शो के पहले सीजन के फाइनल तक पहुंचे थे राजू। ये तस्वीर उसी शो के दौरान की है।
राजू ने कॉमेडी की शुरुआत टीवी शो टी टाइम मनोरंजन से की। यहां वह सुरेश मैनन और ब्रजेश हारजी के साथ नजर आते थे। 3 जून 2005 को जब द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज शुरू हुआ तो राजू की किस्मत एकबारगी पलट गई। यहां गजोधर बनकर उन्होंने सबका दिल जीत लिया।
डायलॉग 1: जब स्टेशन पर पहुंचे थे गजोधर
राजू की कॉमेडी का एक बड़ा हिस्सा रेलवे स्टेशन के आसपास का रहा है। “ऐ यादव, संकठा, गजोधर, बिरजू, ई ट्रेन अपना छूटा या बाजू वाला” इतना ज्यादा पॉपुलर हुआ कि आज भी इस पर सबसे ज्यादा मीम्स बनते हैं। राजू की आवाज के साथ शॉर्ट वीडियो बनाए जा रहे हैं।
डायलॉग 2: लोवर बर्थ के टिकट के लिए मारामारी
द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज के मंच पर राजू ने लोवर बर्थ को लेकर धाकड़ कॉमेडी की थी। एक व्यक्ति 500 रुपए ज्यादा चुकाकर लोवर बर्थ टिकट लेता है। हवा खाते हुए जा रहा, तभी एक महिला अपनी बूढ़ी सास के साथ आती है। विनती करती है कि लोवर बर्थ दे दीजिए। गजोधर लोवर बर्थ दे देते हैं। कुछ देर ऊपर लेटने के बाद नीचे लेटकर लोगों को चप्पल थमाने की भूमिका में आ जाते हैं।
द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज शो के जज शेखर सुमन ने कहा था कि राजू जितनी मजेदार कॉमेडी करते हैं, उतने ही बेहतर उनके फेशियल एक्सप्रेशन भी रहते हैं।
द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज शो के जज शेखर सुमन ने कहा था कि राजू जितनी मजेदार कॉमेडी करते हैं, उतने ही बेहतर उनके फेशियल एक्सप्रेशन भी रहते हैं।
डायलॉग 3: जागते रहो, मेरे भरोसे न रहो
राजू श्रीवास्तव ने अपनी बिल्डिंग के गार्ड को लेकर एक कहानी सुनाई। बिल्डिंग के सारे लोग इकट्ठा हुए और तय हुआ कि गार्ड को नौकरी से निकाल दिया जाए। ऐसा इसलिए क्योंकि वह जागते रहो तो बोलता था, लेकिन आगे धीरे से बोलता, मेरे भरोसे न रहो।
डायलॉग 4: गोरा बनाने वाली क्रीम
राजू ने कभी किसी के रंग को लेकर कॉमेडी नहीं की। गोरा करने वाली क्रीम के ऐड को लेकर लगातार क्रिटिसाइज किया। लाफ इंडिया लाफ शो में उन्होंने कहा, “फेयर हैंडसम क्रीम का ऐड विराट कोहली कर रहे हैं जो पैदाइशी गोरे हैं। गोरा कर देने की इतनी ही क्षमता है तो मुझ पर लगवा कर चेक करें।”
डायलॉग 5: कैटरीना का नाम सावित्री होता तो क्या होता
राजू श्रीवास्तव कपिल शर्मा के मशहूर शो कॉमेडी नाइट्स विद कपिल में पहुंचे थे। उन्होंने एक्ट्रेस के नाम को लेकर कॉमेडी शुरू की। अगर कैटरीना का नाम सावित्री देवी, आलिया भट्ट का नाम सत्यवती, कपिल का नाम रमाशंकर, सिद्धू का नाम अयोध्या प्रसाद होता तो कैसा होता? क्या यह इतना पॉपुलर हो पाते?
इसके बाद राजू ने कहा, कुछ जिले ऐसे होते हैं जैसे वो किसी कोने शर्मीली लड़की की तरह खड़े हैं। जैसे, बरेली, उरई, परैल, पुरी, पुणे, चुरु। कुछ जगह ऐसे हैं जो घमंड से भरे हैं, कर्नाटक, चित्तौड़गढ़, भटिंडा, हावड़ा, काटगोदाम। हावड़ा, नाला सोपारा।
राजू ने कहा था, जब मैं मुंबई आया तब लोग कॉमेडियन को बढ़िया एक्टर नहीं समझते थे। उस वक्त जोक्स जॉनी वॉकर से शुरू होकर जॉनी लीवर पर आकर खत्म हो जाते थे। उस वक्त स्टैंड अप कॉमेडी का कोई स्कोप नहीं था। इसलिए शुरू के दिनों में मुझे वह नहीं मिल सका जो मुझे चाहिए था।