नई दिल्ली। अपराध का एक अत्यंत भयावह और दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक 71 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति पर आरोप है कि उसने अपनी 72 वर्षीय पत्नी के साथ 10 साल तक अजनबियों से रेप करवाया। फ्रांस (France) के इस व्यक्ति ने अपनी पत्नी को नशीली दवाएं देकर बेहोश कर दिया और फिर अजनबियों को ऑनलाइन ढूंढकर उन्हें अपनी पत्नी के साथ रेप करने के लिए बुलाया। यह मामला सितंबर 2020 में तब सामने आया जब आरोपी डोमिनिक पी. को एक सिक्योरिटी गार्ड ने एक शॉपिंग सेंटर में तीन महिलाओं के साथ अश्लील हरकत करते हुए पकड़ा। इसके बाद पुलिस ने उसकी जांच शुरू की और उसके कंप्यूटर से सैकड़ों अश्लील तस्वीरें और वीडियो बरामद किए, जिनमें उसकी पत्नी बेहोशी की हालत में दिखाई दी। इन वीडियो और तस्वीरों में दर्जनों ऐसे वीडियो थे, जिनमें इस बुजुर्ग महिला के साथ रेप हो रहा था।
डोमिनिक पी. फ्रांस की सरकारी बिजली कंपनी EDF का पूर्व कर्मचारी है। उसने स्वीकार किया कि वह अपनी पत्नी को नशीली दवाएं देकर बेहोश करता था और फिर ऑनलाइन वेबसाइट्स के जरिए अजनबियों को बुलाकर उनकी पत्नी के साथ रेप करवाता था। पुलिस ने इस मामले में 72 पुरुषों द्वारा कुल 92 बार किए गए रेप की गिनती की है, जिनमें से 51 की पहचान हो चुकी है। इन आरोपियों की उम्र 26 से 74 साल के बीच है। इनमें फोर्कलिफ्ट ड्राइवर, फायर ब्रिगेड अधिकारी, कंपनी बॉस, और एक पत्रकार भी शामिल हैं। महिला के वकीलों का कहना है कि पीड़िता को ऐसी नशीली दवाएं दी जाती थीं कि वह पूरी तरह बेहोश हो जाती थीं और उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं होती थी कि उनके साथ क्या हो रहा है।
इस दर्दनाक स्थिति का पता महिला को 10 साल बाद 2020 में चला। इसके बाद महिला ने न्यायालय से आग्रह किया कि इस मामले की सुनवाई सार्वजनिक होनी चाहिए ताकि लोग जागरूक हो सकें और इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। महिला के वकील ने कहा कि यह मुकदमा उनके लिए एक “भयावह परीक्षा” की तरह है, जिसे उन्हें इस उम्र में झेलना पड़ रहा है। महिला अपने तीन बच्चों के साथ कोर्ट पहुंचीं और उन्होंने सभी को इस अपराध के बारे में जानने का आग्रह किया। डोमिनिक पी. ने बताया कि जब वह 9 साल का था, तो एक पुरुष नर्स ने उसका यौन उत्पीड़न किया था। उसने स्वीकार किया कि उसने जो किया वह गलत और अक्षम्य है, और यह उसके लिए एक प्रकार की लत बन गई थी।
गौरतलब है कि इस व्यक्ति पर 1991 में भी हत्या और रेप का आरोप लगा था, जिससे उसने इंकार किया था। इसके अलावा, 1999 में भी उस पर रेप की कोशिश का एक और आरोप लगा था, जिसे डीएनए टेस्ट के बाद उसने स्वीकार कर लिया था। इस मामले के सामने आने के बाद फ्रांस में महिलाओं ने काले कपड़े पहनकर कोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। यह मामला समाज में बढ़ती यौन हिंसा और मानवता की गिरती नैतिकता को उजागर करता है, जिससे लोगों में गहरा आक्रोश फैल गया है।