काबुल. अमेरिकी सेना ने काबुल में ड्रोन हमला कर वैश्विक आतंकी संगठन अलकायदा के शीर्ष नेता अयमान अल जवाहिरी को मार गिराया। जवाहिरी ने अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के साथ मिलकर अमेरिका पर 11 सितंबर 2001 को भयावह आतंकी हमले (9/11) की साजिश रची थी। अमेरिका ने ओसामा को 2011 में पाकिस्तान में मार गिराया था। जवाहिरी की मौत की राष्ट्रपति जो बाइडन ने पुष्टि की। उन्होंने कहा ‘न्याय हो गया’।

वीडियो संदेश में बाइडन ने कहा कि उनके निर्देश पर अफगानिस्तान के काबुल में हवाई हमला किया गया। इसमें अलकायदा का प्रमुख अयमान अल जवाहिरी मारा गया। जवाहिरी भी ओसामा की तरह एक घर में छिपा बैठा था। ओसामा को अमेरिका के विशेष सैन्य कमांडो ने पाकिस्तान के एक मकान में मार गिराया था।

अलकायदा, अमेरिका पर हमला व जवाहिरी व लादेन की मौत से जुड़ी 10 प्रमुख बातें।
11 सितंबर 2001 को अलकायदा के आतंकियों ने चार अमेरिकी विमानों का अपहरण कर उनके जरिए न्यूयॉर्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दो टावरों समेत चार ठिकानों पर आत्मघाती हमले किए थे। इन हमलों में 2,977 लोग मारे गए थे।

बाइडन ने कहा, दशकों से यह आदमी अमेरिकियों को निशाना बना रहा था। यह दुनियाभर में 2000 बम धमाकों में शामिल था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने केन्या और तंजानिया में दूतावासों पर बम विस्फोटों का भी जिक्र किया। अलकायदा के हमलों में सैकड़ों लोग मारे गए थे और हजारों घायल हुए थे।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने साफ संकेत दिया कि आतंक के खिलाफ जंग जारी रहेगी। बाइडन ने कहा, ‘आज रात हमने स्पष्ट कर दिया कि चाहे कितना भी समय लगे, कहीं भी छिपने की कोशिश करें, हम आपको ढूंढ निकालेंगे।

दुनिया के खतरनाक आतंकियों में शुमार जवाहिरी को काबुल के एक घर में ढूंढकर मार डाला गया। इस घर में वह अपने परिवार के साथ छिपा हुआ था।

अमेरिकी सेना ने 20 साल बाद पिछले साल अफगानिस्तान छोड़ दिया था। इसके बाद तालिबान ने फिर से इस देश पर अपना शासन स्थापित कर लिया है। इसे लेकर अमेरिका की काफी आलोचना हुई थी। बाइडन ने ताजा वीडियो संदेश में कहा, ‘हम सुनिश्चित करेंगे कि अफगानिस्तान फिर से आतंकियों का सुरक्षित ठिकाना न बने।’

बाइडन प्रशासन ने जवाहिरी के सफाए के लिए सटीक ड्रोन हमले की योजना कई हफ्तों पहले बनाई थी। काबुल में जवाहिरी के घर का एक मॉडल भी बनाया गया था। इसे बाइडन को दिखाने के लिए व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में प्रदर्शित किया गया था। रविवार को अचूक निशाना साधकर उस घर को ड्रोन हमले से उड़ा दिया गया।

जवाहिरी के सिर पर अमेरिकी सेना ने ढाई करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा था।

अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान सरकार ‘इस्लामिक अमीरात’ की सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों ने भी घटनास्थल की जांच की है। उसने कहा है कि अमेरिका ने ड्रोन हमला किया।

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने काबुल के शेरपुर जिले में एक घर पर हमला किया गया। उन्होंने हमले की निंदा भी की। हालांकि उन्होंने जवाहिरी को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की।

जवाहिरी मिस्र अब इजिप्ट के एक प्रमुख परिवार में पैदा हुआ था। उसने पहले मिस्र में इस्लामिक जिहाद संगठन की शुरुआत की थी। 1998 में इसका अल-कायदा में विलय हो गया था।