जांजगीर. छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में डिजिटल करेंसी क्रिप्टो कॉइन के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है. इस मामले में 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पामगढ़ ब्लॉक के कुटरा निवासी मनोज आरले से ठगों ने 6 लाख 50 हजार रुपये लेकर कॉइन खरीदने के नाम पर ठगी की है. मामला नवगढ़ थाना क्षेत्र का है. केस दर्ज करके आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
पीड़ित मनोज आरले ने बताया कि 7 जुलाई को गणपत साहू, श्रीकांत और रंजीत ने उन्हें फोन पर कॉल करके नवागढ़ राछाभाटा यह कहकर बुलाया कि आप 6.50 लाख लेकर आओ आपको क्रिप्टो करेंसी क्वाइन खरीदना है क्योंकि इसे खरीदने से अच्छा मुनाफा होता है. इस तरह इनके झांसे पर आकर मैंने 6.50 लाख क्वाइन खरीदने के लिए दे दिया. उसके बाद उन्होंने मेरा मोबाइल लेकर अब अपने नाम पर पोर्ट कर दिया, बाद में कहा कि मोबाइल में आपका मैसेज आएगा और हर महीने आपको इसके बदल कमीशन भी मिलेगा.
पीड़ित मनोज आरले ने आगे बताया कि, मैंने जब घर जाकर कुछ घंटों बाद मोबाइल देखा तो किसी तरह का मैसेज नहीं आया. तब मुझे एहसास हुआ कि ठगी का शिकार हो गया हूं. बाद में श्रीकांत के पास गया और बताया कि मेरे मोबाइल में मैसेज नहीं आया है तो उन्होंने कहा कि आपका मोबाइल हमारे नाम पर पोर्ट कर लिए है इसलिए मैसेज हमारे पास आएगा. बाद में मैंने मोबाइल की दुकान पर जाकर चेक किया तो दुकान वालों ने बताया कि आपका मोबाइल दूसरे के नाम पर पोर्ट हो गया.
पीड़ित मनोज आरले ने आगे बताया कि, इस तरह इनके द्वारा किए गए ठगी का एहसास होने पर मैं पैसे वापस मांगने इनके पास गया, लेकिन गनपत साहू श्रीकांत और रंजीत ने मेरे और मेरी पत्नी को गंदी गंदी गाली देकर जान से मारने की धमकी दी और पैसा वापस नहीं देंगे कहते हुए मारपीट करने लगे और कहने लगे कि हमारे खिलाफ कोई भी थाने या कहीं भी चले जाओ हमारे खिलाफ कोई पुलिस वाला शिकायत नहीं लिखेगा क्योंकि हम लोग सट्टा खिलाते हैं. इसके बदले पुलिस को हर महीने पैसा पहुंचाते हैं. जहां शिकायत करना है हमारे खिलाफ कर दो.
इसके बाद मनोज आरले ने 3 अगस्त को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अपनी शिकायत लिखित में दर्ज कराकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जिसके बाद नवागढ़ पुलिस टीम ने क्रिप्टो कॉइन के नाम पर ठगी करने वाले 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 147, 294, 506, 323, 120 बी भादवि के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया. गौरतलब है कि मनोज आरले खेती किसानी करने का काम करता है. वह पूर्व में भी आरोपियों के साथ नेटवर्किंग बिजनेस में काम कर चुका था. इसलिए इन लोगों से पहले भी जान पहचान थी.