नई दिल्ली। हम सब जब कहीं बाहर घूमने जाते हैं तो किसी न किसी होटल या गेस्ट हाउस में रुकते हैं. उनमें से कई होटल बहुमंजिला और कई 3-4 मंजिल वाले होते हैं. एक्सपर्टों का कहना है कि हमें न तो ग्राउंड फ्लोर वाले कमरों में रुकना चाहिए और न ही चौथी फ्लोर से ऊपर वाले कमरों में. आखिर एक्सपर्ट इस तरह की सलाह क्यों दे रहे हैं. आइए इस बात का राज जानते हैं.

Lloyd Figgins एक भूतपूर्व सैनिक रहे हैं और अब ट्रैवल रिस्क एक्सपर्ट का काम करते हैं. वे कई देशों में घूम चुके हैं. इस दौरान उन्होंने विभिन्न देशों के होटलों में सेफ्टी-सिक्योरिटी को बेहद नजदीक से देखा है, जिसके बाद उन्होंने अब रूम बुकिंग से जुड़ी सेफ्टी गाइडलाइन जारी की है.

Lloyd Figgins के अनुसार अगर आप किसी होटल में कमरा बुक करवा रहे हैं तो यह देख लें कि वह चौथी मंजिल से ऊपर न हों और यह भी ध्यान रख लें कि वह ग्राउंड फ्लोर पर न हों. उन्होंने इसकी 2 बड़ी वजहें बताई हैं. Lloyd के मुताबिक उनकी जर्नी में अधिकतर होटलों में सेफ्टी-सिक्योरिटी को लेकर लापरवाही का आलम देखने को मिला है. खासकर अग्नि सुरक्षा को लेकर.

ऐसे में अगर चौथी मंजिल से ऊपर कमरा बुक करवा लेते हैं और अचानक वहां आग लग जाती है तो आप उसमें फंस सकते हैं. ऐसे में सीढ़ियों से नीचे उतरना चाहें तो वह भी आसानी से पॉसिबल नहीं होता. इसलिए अपनी सेफ्टी को देखते हुए दूसरी या तीसरी मंजिल पर बने कमरे लेना ठीक रहता है.

अब बात आती है कि हमें ग्राउंड फ्लोर पर कमरा क्यों नहीं लेना चाहिए, Lloyd Figgins इसकी भी वजह बताते हैं. वे कहते हैं कि होटलों में वैसे तो सिक्योरिटी खूब रहती है लेकिन इसके बावजूद चोरियां वहां भी होती हैं. ऐसे चोर अक्सर किसी न किसी बहाने होटल के रेस्टोरेंट, रिसेप्शन या मीटिंग एरिया में मौजूद होते हैं. वहां से वे भांप लेते हैं कि कौन सा कस्टमर कितना अमीर है और किस मंजिल पर ठहरा हुआ है.

चूंकि ग्राउंड फ्लोर पर बने कमरे में से चोरी करके बाहर निकल जाना आसान होता है, इसलिए वे अक्सर ऐसे ही कमरों को निशाना बनाते हैं. इससे ऊपर की मंजिलों में चोरी करके सामान के साथ निकलने पर पकड़े जाने का डर रहता है. इसलिए वे प्राय ऊपर चढ़ने में परहेज करते हैं. जिससे वे कमरे अमूमन सुरक्षित बचे रह जाते हैं. अब तो आपको समझ आ गया होगा कि हमें ग्राउंड फ्लोर या चौथी मंजिल से ऊपर कभी भी होटल में कमरे बुक (Hotel Booking Tips) क्यों नहीं करवाने चाहिए.