नई दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले से अपने संबोधन में देश में नारी शक्ति के अपमान को अपनी सबसे बड़ी पीड़ा बताया। उन्होंने कहा, नारी का गौरव राष्ट्र के सपने पूरे करने में बहुत बड़ी पूंजी बनने वाला है। अगले 25 साल नारी शक्ति का स्वर्णकाल बनेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं लाल किले से अपनी एक पीड़ा और कहना चाहता हूं। मैं जानता हूं कि शायद यह लाल किले का विषय नहीं हो सकता, लेकिन मेरे भीतर का दर्द मैं कहां कहूंगा? देशवासियों के सामने नहीं कहूंगा तो कहां कहूंगा? यह पीड़ा है- किसी न किसी कारण से हमारे अंदर हमारे बोलचाल, व्यवहार और शब्दों में एक ऐसी विकृति आई है कि हम नारी का अपमान करते हैं। क्या हम स्वभाव से, संस्कार से, रोजमर्रा की जिंदगी में नारी को अपमानित करने वाली हर बात से मुक्ति का संकल्प ले सकते हैं? नारी का गौरव राष्ट्र के सपने पूरे करने में बहुत बड़ी पूंजी बनने वाला है। यह सामर्थ्य मैं देख रहा हूं और इसलिए मैं इस बात का आग्रही हूं।’

पीएम मोदी ने कहा, ‘क्या हम रोजमर्रा की जिंदगी में नारी को अपमानित करने वाली हर बात से मुक्ति का संकल्प ले सकते हैं? नारी का गौरव राष्ट्र के सपने पूरे करने में बहुत बड़ी पूंजी बनने वाला है। नारी शक्ति किस मिजाज से समर्पित भाव से अपने इर्द-गिर्द की समस्याओं को सुलझाने में लगी हुई है वह देखिए। ज्ञान का क्षेत्र देखें या विज्ञान का नारी शक्ति आगे है। पुलिस में नारी शक्ति लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठा रही है। जीवन के हर क्षेत्र में चाहे खेल का मैदान हो या युद्ध का मैदान, नारी शक्ति नए सामर्थ्य और विश्वास के साथ आगे आ रही है। भविष्य के सपने भी नारी शक्ति के साथ ही पूरे होंगे।

पीएम ने कहा, ‘मैं इस अमृत काल में देश की तरक्की में कई गुना योगदान नारी शक्ति का देख रहा हूं, माताओं, बहनों और बेटियों का देख रहा हूं। हम जितने ज्यादा अवसर हमारी बेटियों को देंगे, जितनी सुविधाएं बेटियों पर केंद्रित करेंगे वे हमें उससे कई गुना लौटा कर देंगी. वो देश को नई ऊंचाई पर ले जाएंगी। अमृत काल में सपने पूरे करने में जो मेहनत लगेगी वो अगर नारी शक्ति की मेहनत लग जाएगी तो सपनें और तेजस्वी होंगे और हम तेजी से तरक्की करेंगे। गांवों में भी बेटे-बेटियां कॉमन सर्विस सेंटर चला रही है। देश गर्व कर सकता है कि गांव के क्षेत्र में 4 लाख डिजिटल आंत्रप्रेन्योर तैयार हुआ है।’