मेरठ। मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेसवे अब पूरब में काशी और पश्चिम में हरिद्वार को भी जोड़ेगा। इस तरह गंगा एक्सप्रेसवे की कुल दूरी 594 किलोमीटर की जगह 814 किलोमीटर हो जाएगी। इससे मेरठ समेत पश्चिम उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल जाएगी। मेरठ-हरिद्वार और प्रयागराज-वाराणसी ग्रीनफिल्ड एक्सप्रेसवे की घोषणा हो चुकी है। जल्द ही सर्वे का कार्य शुरू हो जाएगा। इस तरह मेरठ के चारों ओर अब चार एक्सप्रेसवे हो जाएंगे।

प्रदेश सरकार की ओर से जारी प्लान के तहत मेरठ को एक और एक्सप्रेसवे का तोहफा मिल जाएगा। नया तोहफा मेरठ से हरिद्वार का है, जो करीब 110 किमी का प्रस्तावित किया गया है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद मेरठ के आसपास, दिल्ली एक्सप्रेसवे, इस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के बाद मेरठ-हरिद्वार के साथ चार एक्सप्रेसवे हो जाएंगे। इस तरह मेरठ और आसपास का इलाका चार एक्सप्रेस वे से घिर जाएगा।

बहुत जल्द होगा मेरठ-हरिद्वार एक्सप्रेस वे का सर्वे
यूपीडा से जुड़े अधिकारियों के अनुसार सरकार की ओर से घोषणा के अनुरूप मेरठ-हरिद्वार एक्सप्रेस वे और प्रयागराज-वाराणसी काशी एक्सप्रेस वे का बहुत जल्द सर्वे होने जा रहा है। इससे मेरठ से प्रयागराज सहित 19 जिलों में बेहतर कनेक्टिविटी हो जाएगी। 19 जिलों में हरिद्वार से लेकर काशी तक का सफर सुहाना होगा। मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है। अब मेरठ-हरिद्वार, प्रयागराज-वाराणसी (काशी) एक्सप्रेसवे के लिए जल्द सर्वे प्रारंभ होगा।