नई दिल्ली। मिशन-2024 यानी आगामी लोकसभा चुनाव जीतकर लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा जुट गई है। केंद्रीय नेतृत्व के दिशा-निर्देश में झारखंड भाजपा भी चुनावी मोड में आ चुकी है। राज्य के संगठन महामंत्री धर्मपाल को यूपी भेजने के बाद झारखंड भाजपा के संगठन की कमान यूपी के प्रदेश सह संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह को सौंपा गया है। कर्मवीर के सामने झारखंड में 2019 की सफलता को दोहराने की चुनौती है। तब भाजपा ने लोकसभा की 14 में 12 सीटों पर सफलता दर्ज की थी। झारखंड भाजपा का 27 अगस्त से तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर गिरिडीह जिले के पारसनाथ में लगने जा रहा है। इसमें भाजपाई राजनीति की पढ़ाई पढ़ेंगे और परीक्षा देंगे।
झारखंड भाजपा का मजबूत गढ़ रहा है। अपवादस्वरूप 2004 के लोकसभा चुनाव को छोड़ दें तो हर चुनाव में भाजपा को 14 में से 10 से ज्यादा सीटें मिलती रही हैं। 2004 के चुनाव में सिर्फ कोडरमा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल मरांडी को जीत मिली थी। 13 सीटों पर भाजपा प्रत्याशी बुरी तरह हारे थे। 2019 के चुनाव में भाजपा को 12 सीटें मिली थी। 2024 के चुनाव में भी भाजपा सफलता को दोहराना चाहती है। इससे पहले झारखंड के भाजपाई राजनीति की पढ़ाई पढ़ने जा रहे हैं। गिरिडीह जिले में पारसनाथ में 27 से 29 अगस्त तक भाजपा का प्रशिक्षण शिविर लग रहा है। इसमें तीन सौ के करीब प्रतिनिधि भाग लेंगे। राजनीति, चुनावी राजनीति, बूथ मैनेजमेंट, भाजपा की विचारधारा से जुड़े 15 विषयों की पढ़ाई होगी। पढ़ाई के बाद प्रतिनिधि परीक्षा देंगे।
झारखंड प्रदेश भाजपा के प्रशिक्षण प्रमुख पलामू निवासी मनोज सिंह प्रशिक्षण की तैयारी में जुट गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश पदाधिकारी और कार्य समिति के सभी सदस्य प्रशिक्षण में भाग लेंगे। इसके साथ ही 24 जिलों के जिला अध्यक्ष और सातों मंच-मोर्चा के अध्यक्ष भाग लेंगे। इसमें झारखंड के सभी प्रमुख नेता बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास और अर्जुन मुंडा के साथ ही सभी सांसद-विधायक भी भाग लेंगे। केंद्रीय नेता भी भाग लेंगे। हालांकि अभी नाम फाइनल नहीं हुआ है। मनोज सिंह ने बताया कि केंद्रीय कार्यालय को केंद्रीय नेताओं के नाम की सूची भेजी दी गई है। एक-दो दिनों में कार्यक्रम फाइनल हो जाएगा।