लखनऊ. यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने रविवार को एक ट्वीट में लिखा कि संगठन सरकार से बड़ा है. बीते कुछ समय से केशव प्रसाद मौर्य को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनाने की चर्चाएं जोरों पर हैं और इस बीच केशव मौर्य के इस ट्वीट के कई मायने निकाले जा रहे हैं. केशव प्रसाद मौर्य रविवार को गाजियाबाद में संगठन के एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. गाजियाबाद में भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश द्वारा पश्चिम व ब्रज क्षेत्र के पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई थी.

इस बैठक में यूपी के दोनों डिप्टी सीएम मौजूद रहे. इनके अलावा नए संगठन महामंत्री धर्मपाल, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव भी इस बैठक में शामिल हुए. पश्चिम यूपी के करीब 36 जिलों के पदाधिकारियों की इस बैठक 2024 के लिए पार्टी की नीति और कार्यक्रम पर चर्चा की गई.

बीजेपी के रणनीतिकारों के मुताबिक केशव प्रसाद मौर्य की प्रदेश अध्यक्ष के पद की दावेदारी इसलिए भी मजबूत मानी जा रही है क्योंकि वह उत्तर प्रदेश में एक बड़े चेहरे के तौर पर बीते चुनावों में सामने रहे हैं. ये अलग बात है कि वे बीते विधानसभा चुनाव में सिराथू से हार गये थे. साल 2022 की जीत के बाद पार्टी ऐसे चेहरे को प्रदेश अध्यक्ष बनाना चाहती है जिसकी स्वीकार्यता कार्यकर्ताओं के बीच हो और गुटबाजी से बचा जा सके.

केशव मौर्य इससे पहले भी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. इसलिए ये पार्टी की तरफ से उनके नाम पर मुहर लगाना एक प्रयोग नहीं बल्कि सोची समझी रणनीति होगी. बीजेपी 2024 के चुनाव से पहले ओबीसी वोटरों के बीच अपनी पकड़ को मजबूत करना चाहती है जिससे सपा के वोट बैंक में सेंध लगायी जा सके. इसके अलावा यूपी के पूर्व संगठन मंत्री सुनील बंसल के पास पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और उड़ीसा की जिम्मेदारी है.

सुनील बंसल के यूपी से जाने के बाद संगठन को एकजुट बनाये रखने और कार्यकर्ताओं में बूथ स्तर तक पकड़ के कारण केशव मौर्य की दावेदारी को ज्यादा मजबूत बनाती है. सुनील बंसल के जाने के बाद यूपी में सीएम योगी के अलावा कोई दूसरा बड़ा चेहरा नहीं है. संगठन में भी स्वतंत्र देव सिंह हमेशा सीएम योगी के करीबियों में ही गिने जाते रहे हैं. ऐसे में केशव प्रसाद मौर्य के जरिये पार्टी संगठन और सरकार में बैलेंस बनाने की कोशिश करेगी.