नई दिल्ली. व्यक्ति जीवन में आने वाली कई तरह की परेशानियों से घिरा रहता है। एक संकट हटता नहीं है कि दूसरा पहले से खड़ा रहता है। इसी कारण कहा जाता है कि हनुमान जी की तस्वीर घर में जरूर लगाना चाहिए। क्योंकि उन्हें संकटमोचन कहा जाता है। वास्तु शास्त्र और वेद शास्त्र में हनुमान जी के महत्व को विस्तार से बताया गया है। कहा जाता है कि उनके स्मरण मात्र से हर तरह की समस्या से छुटकारा मिल जाता है। शास्त्रों के अनुसार, एक बार भगवान श्रीराम के भी संकट में पड़ जाने पर हनुमान जी ने पंचमुखी अवतार लेकर उन्हे भी संकट से उबारा था। ऐसे में आप चाहे तो घर में पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर लगा सकते हैं। जानिए पंचमुखी हनुमान जी के हर एक मुख का अर्थ। इसके साथ ही जानिए किस दिशा में लगाएं पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य द्वार पर पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर लगाने से किसी भी तरह की बुरी शक्ति घर में प्रवेश नहीं कर पाती है।

घर में पंचमुखी हनुमान जी की ऐसी तस्वीर लगाएं , जिससे वह दक्षिण दिशा की ओर देख रहे हो। बता दें कि दक्षिण दिशा से सबसे अधिक नकारात्मक ऊर्जा निकलती है। ऐसे में इस दिशा में हनुमान जी का चित्र लगाने से सुख-समृद्धि का प्राप्ति होगी।

पंचमुखी हनुमान के पांच मुख का अलग-अलग महत्व है। ये मुख अलग-अलग दिशाओं में है।

वानर मुख: यह मुख पूर्व दिशा की ओर है जो दुश्मनों पर विजय प्रदान करता है।

गरुड़ मुख: यह मुख पश्चिम दिशा दिशा की ओर है और ये जीवन की रुकावटों और परेशानियों का नाशक माने जाते हैं।

वराह मुख: यह मुख उत्तर दिशा की ओर होता है। इन्हें लंबी उम्र, प्रसिद्धि और शक्ति दायक माना जाता है।

नृसिंह मुख: यह मुख दक्षिण दिशा की ओर है। ये अवतार डर, तनाव व मुश्किलें दूर करता है।

अश्व मुख: यह मुख आकाश की दिशा की ओर है। और यह व्यक्ति की हर मनोकामनाओं को पूरी करता है।