लखनऊ. यूपी में पिछले 24 घंटे में 4.9 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। ललितपुर में दो दिनों से लगातार भारी बारिश के कारण बाढ़ आई है। चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। बारिश के चलते जिले के 13 बांधों में से 9 बांधों के गेट खोलकर जल निकासी की जा रही है।

मौसम विभाग के वैज्ञानिक जेपी गुप्ता ने बताया, “बंगाल की खाड़ी से उठने वाली हवाओं में नमी के कारण यूपी में बदलाव देखा गया है। 24 अगस्त तक यानी आज और कल कई जिलों में बारिश की संभावना है।” मंगलवार को चित्रकूट, आजमगढ़, बलिया, बस्ती, अमेठी, जौनपुर, सिद्धार्थनगर, बांदा और बाराबंकी में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि इस दौरान 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं। बिजली की गरज चमक के बीच बारिश होगी।

इन 16 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी
यूपी में मंगलवार को 16 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। बिजली की गरज-चमक के बीच इन जिलों में बारिश होगी। यहां पर 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। येलो अलर्ट वाले जिलों में गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, मेरठ, कौशांबी, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, मऊ, मिर्जापुर, ललितपुर, लखनऊ, कौशांबी और उन्नाव शामिल हैं।

मौसम विभाग के अनुसार, 24 घंटे में अनुमान से 33% कम बारिश हुई है। 7.3 मिलीमीटर बारिश होने का अनुमान लगाया गया था। मगर, 4.9 मिलीमीटर बारिश ही हुई है। बस्ती, बलरामपुर, गाजीपुर, गोंडा, जौनपुर, कन्नौज, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, संत कबीर नगर, श्रावस्ती, सिद्धार्थ नगर, उन्नाव, वाराणसी औरैया, बदायूं, बागपत, बरेली, बिजनौर, फिरोजाबाद, हमीरपुर, हाथरस, कासगंज, मैनपुरी, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, संभल, सहारनपुर, शाहजहांपुर और शामली में बारिश नहीं हुई।

प्रदेश में 44% अब तक कम हुई बारिश
मौसम विभाग के वैज्ञानिक एन. मिश्रा बताते हैं कि जहां मध्य प्रदेश और बिहार समेत अन्य राज्यों में भारी बारिश हो रही है। वहीं यूपी के कुछ जिलों में बहुत कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का मानना है कि मानसून शुरू होने के बाद से अब तक 44% बारिश कम हुई है। अनुमान था कि 533 मिलीमीटर बारिश मानसून शुरू होने के बाद से अब तक होगी। मगर, केवल 297.7 मिलीमीटर ही बारिश प्रदेश भर में रिकॉर्ड की गई है।

वाराणसी में गंगा वार्निंग लेवल से 106 सेंटीमीटर नीचे
वाराणसी में गंगा का जलस्तर भले ही घट रहा हो, मगर अभी तक एक भी घाट नजर नहीं आ रहा है। वाराणसी में गंगा अपना रौद्र रूप दिखाने के बाद दो दिन से सामान्य होने लगी है। वाटर लेवल गिरता जा रहा है। गंगा का पानी वार्निंग लेवल से अब 106 सेंटीमीटर दूर है। वहीं, खतरे के निशान से गंगा 2 मीटर 6 सेंटीमीटर नीचे हैं। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, आज सुबह 7 बजे तक गंगा का वाटर लेवल 69.20 मीटर है, जबकि कल यानी सोमवार सुबह 69.74 मीटर तक था। कल के मुकाबले गंगा के जलस्तर में 52 सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गई है। मौसम की बात करें तो आज वाराणसी में धूप निकली है। हवा शांत है। मौसम हल्की गर्मी वाला है। बारिश का अनुमान कम है।

आगरा में सुबह से चल रही ठंडी हवा, हल्के बादल छाए
आगरा में मंगलवार सुबह से ठंडी हवा चल रही है। हल्के बादल भी छाए हैं। तापमान में भी गिरावट आई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि हल्के बादल तो छाए रह सकते हैं, लेकिन बारिश की संभावना कम है। तापमान भी 34°C तक रहेगा। यहां सोमवार शाम हल्की बारिश हुई थी।

27 अगस्त तक वेस्ट UP में बारिश की संभावना नहीं
वेस्ट यूपी के जिलों में बारिश के आसार 27 अगस्त तक नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार इन दिनों उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग ने सिर्फ 26 अगस्त को हल्की छींटे पड़ने की संभावना जताई है। पिछले एक सप्ताह से मेरठ और आसपास के जिलों में बारिश नहीं हुई है। इससे धान की फसल पर भी असर पड़ रहा है। मेरठ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़, बागपत में सुबह से ही धूप निकली हुई है।

फसलों को भी पहुंच रहा नुकसान
प्रधान कृषि वैज्ञानिक डॉ. रितेश शर्मा का कहना है कि इस समय धान की फसल को पानी की जरूरत है। तापमान भी अधिक है। बारिश नहीं होने से धान और गन्ने की फसल में सिंचाई की आवश्यकता है। सिर्फ सिंचाई से फसल अच्छी नहीं हो सकती है। अधिक तापमान सब्जियों और धान की फसल के लिए नुकसान पहुंचा रहा है। पौधे सूख जा रहे हैं।