बागपत। शासन ने लंपी रोग पर काबू पाने को अधिकारियों को मिशन मोड में काम करने का आदेश दिया है। वहीं मेरठ और सहारनपुर को अति संवेदनशील घोषित कर लंपी स्किन डिजीज की रोकथाम को विशेष ध्यान देने पर जोर दिया है। अपर मुख्य सचिव पशुधन अनुभाग डा. रजनीश दुबे ने लंपी स्किन डिजीज की रोकथाम को लेकर डीएम और मंडलायुक्त को मिशन मोड में काम कराने को आदेश दिया है।
अपर मुख्य सचिव ने उन्हें बताया कि 15 जिलों में गोवंशियों में संक्रमण हुआ है। प्रदेश के 563 गांवों में 5823 पशु प्रभावित हुए। यह विषाणुजनित रोग है, जो प्रभावित पशु से वेक्टर आदि के जरिए दूसरे पशुओं में होता है। लंपी स्किन डिजीज के प्रसार की दृष्टि से मेरठ तथा सहारनपुर मंडल अति संवेदनशील श्रेणी में हैं। इन मंडलों में लंपी स्किन डिजीज की रोकथाम के लिए गोवंशियों में गाटपाक्स वैक्सीन लगाने, कीटनाशक छिडकाव, फागिंग कराने तथा अफवाहों पर रोक लगाने के लिए विशेष प्रयास करने का आदेश दिया है।
बीमारी से बचाव को दवाईयों की व्यवस्था कराने तथा मृत गोवंशी के शव सम्मानजनक ढंग से ढककर ले जाने व निस्तारण कराने का आदेश दिया। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. रमेश चंद्र ने कहा कि अपर मुख्य सचिव के मिले आदेश का पालन करना शुरू कर दिया गया है।
इंसान में नहीं होता यह रोग
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि यह रोग पशुओं से इंसान में नहीं होता। इसलिए अफवाहों को फैलने से रोके। जनप्रतिनिधियों तथा मीडिया कर्मियों से निरंतर संवाद बनाए रखने की हिदायत दी।