बिजनौर। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मेरठ-हस्तिनापुर-बिजनौर की 63.5 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के फाइनल लोकेशन सर्वे और उस पर खर्च होने वाली 1.58 करोड़ रुपये का बजट अवमुक्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं। यदि सर्वेक्षण के बाद रेलवे लाइन बनी, तो महाभारत सर्किट में शामिल जिले के विदुर कुटी और मेरठ के हस्तिनापुर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। बिजनौर का संपर्क मेरठ, लखनऊ और दिल्ली से जुड़ जाएगा।
बिजनौर आगमन पर रेल मंत्री के सामने उठी थी मांग
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव 23 एवं 24 अगस्त को बिजनौर एवं नगीना संसदीय सीट का भ्रमण किया था। इस दौरान जनप्रतिनिधियों, भाजपा जिला नेतृत्व और मीडिया ने मंत्री से दिल्ली, मेरठ, हस्तिनापुर और बिजनौर रेलमार्ग का निर्माण कराए जाने का मुद्दा उठाया था। इस रेल मार्ग की लंबाई करीब 63.5 किलोमीटर है। मंत्री ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और 25 अगस्त को इस रेल लाइन के सर्वे को मंजूरी देने के साथ-साथ सर्वे पर खर्च के लिए एक करोड़ 58 लाख 75 हजार रुपये का बजट जारी कर दिया है।
दशकों पुरानी है मांग
मेरठ-हस्तिनापुर-बिजनौर के बीच रेल लाइन की मांग दशकों पुरानी है। सर्वेक्षण के सकारात्मक परिणाम सामने आने पर रेल लाइन स्थापित की गई, तो इससे न केवल महाभारत सर्किट में शामिल महात्मा विदुर की तपोस्थली विदुरकुटी और हस्तिनापुर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। वहीं इस रेल लाइन संचालित होने के बाद बिजनौर का संपर्क हस्तिनापुर, मेरठ, दिल्ली, लखनऊ समेत देश के कई अन्य प्रमुख शहरों से सीधे जुड़ जाएगा। सर्वेक्षण में रेल लाइन की स्थापना के साथ साथ इन तथ्यों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा कि रेल लाइन स्थापना से बिजनौर जनपद के औद्योगिक विकास की गति तेज होगी। गन्ना उत्पादन, चीनी निर्माण के अलावा विभिन्न उद्योगों के लिए अवसर बढ़ेंगे।
निर्माण होने से जिले के लोगों को होगा फायदा
रेल मंत्री के इस आदेश की पुष्टि करते हुए बिजनौर लोकसभा क्षेत्र प्रभारी अरूण वशिष्ठ एवं लोकसभा क्षेत्र संयोजक सुमन त्यागी ने बताया कि जल्द ही इस लाइन पर सर्वे का काम शुरू हो जाएगा। उधर जिलाध्यक्ष सुभाष वाल्मीकि, हरजिंदर कौर, दीपक गर्ग मोनू और विक्रांत चौधरी ने मेरठ-हस्तिनापुर और बिजनौर रेल लाइन का निर्माण होने से जिले के लोगों को फायदा होगा।
शटल ट्रेन चलाने की मांग
बिजनौर, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश सचिव शिवकुमार माहेश्वरी का कहना है कि रेलवे व्यापारी हित में नजीबाबाद से अलसुबह दिल्ली के लिए शटल ट्रेन चले। छोटे-बड़े सभी स्टेशनों के यात्रियों को इसका लाभ मिले और ट्रेन रात तक वापस नजीबाबाद पहुंच सके। इससे रेलवे की आय भी बढ़ेगी और व्यापारियों व आम यात्री को लाभ होगा। शाहिद सिद्दीकी, मनोज शर्मा, विपिन तिवारी, देवप्रताप सिंह सहित कई नागरिक दिल्ली के लिए शटल ट्रेन चलाने की मांग कर रहे हैं।