नई दिल्लीः ये बात साल 2010 की होगी। यूपी के एक छोटे से गांव में रहने वाले कमलेश बचत करने के लिए बैंक में खाता खुलवाना चाहता था। वह कई बैंकों में गया लेकिन उसका बचत खाता नहीं खुल पाया। बैंकों में खाता खुलवाने के लिए मिनिमम बैलेंस की शर्त थी। वहीं कहीं कागजों की कमी तो कहीं रुपये कम पड़ने की वजह से कमलेश का खाता नहीं खुल पाया। कमलेश ने कई बैंकों में दर-दर की ठोकरें खाई लेकिन किसी भी बैंक में खाता नहीं खुल पाया। इसमें सबसे बड़ी समस्या आई गारंटर की। किसी बैंक में कमलेश को खाता खुलवाने के लिए गारंटर नहीं मिला। ये दिक्कत सिर्फ कमलेश नहीं उसके जैसे बहुत से गरीब लोगों के साथ आई। किसी का भी बैंक में खाता नहीं खुल पाया। बैंक में खाता नहीं खुल पाने का असर उनकी बचत पर पड़ता था। वहीं कई अन्य लाभ भी ऐसे लोगों को नहीं मिल पाते थे।
केंद्र सरकार ने साल 2014 में प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के जरिए सरकार देश के नागरिकों को तक बैंक की सुविधाएं पहुंचाना चाहती थी। इस खाते को कस्टमर्स जीरो बैलेंस पर खोल सकते हैं। इस खाते को खोलने पर आपको कई तरह की सुविधा मिलती है। इस योजना से कमलेश जैसे लाखों लोगों को बैंक में खाता खुलवाने की सुविधा मिली। आज इस योजना को आठ साल पूरे हो गए हैं। आपको बताते हैं कि योजना में अभी तक कितने लोगों ने खाते खुलवाए और उन्हें क्या-क्या लाभ मिले। वहीं इस योजना में किस तरह खाता खुलवाया जा सकता है।
ये योजना गरीबों के लिए वरदान से कम नहीं है। इस योजना में सबसे बड़ी सुविधा ओवरड्राफ्ट की मिलती है। ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी का इस्तेमाल कोई भी खाताधारक कर सकता है, लेकिन इसके लिए आपके बैंक मैनेजर से बात करनी होगी। ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी भी एक तरह का लोन ही है। अगर बैंक आपको परमिशन देता है तो आप आसानी से यह विड्रॉल कर सकते हैं। ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी पर आपको रोजाना के हिसाब से ब्याज चुकाने होंगे। पहले पीएम जनधन खाता में 5 हजार रुपये की ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी देता था। अब इसे बढ़ाकर 10 हजार रुपये तक कर दिया गया है। ओवरड्राफ्ट की सुविधा पाने के लिए आपका जनधन खाता कम से कम 6 महीना पुराना होनी चाहिए। अगर आपकी खाता 6 महीने पुरानी नहीं हैं तो ऐसी स्थिति में आपको केवल 2 हजार रुपये तक की ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी मिलेगी।
सरकार की इस योजना के तहत आप खाता खुलवा सकते हैं। इसके लिए आपको आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और एक पासपोर्ट साइज के फोटो की जरूरत होती है। इसमें 10 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे के बैंक अकाउंट खुलवाया जा सकता है। खाता खुलवाने वालों को रूपे डेबिट कार्ड मिलता है। वहीं एटीएम कार्ड पर 2 लाख रुपयों का बीमा कवर भी मिलता है। इसके साथ ही 30 हजार रुपये का लाइफ इंश्योरेंस कवर भी मिलता है। इसमें आपको जीरो बैलेंस अकाउंट की भी सुविधा मिलती है।
सरकार की इस योजना में अभी तक 46.25 करोड़ लाभार्थियों के खाते खुले हैं। वहीं खोले गए बैंक खातों में 1.73.954 करोड़ रुपये जमा हुए हैं। योजना के तहत मार्च साल 2015 में खातों की संख्या जहां 14.72 करोड़ थी। वहीं ये 10 अगस्त साल 2022 तक तीन गुना बढ़कर 46.25 करोड़ तक पहुंच गई।
योजना के तहत महिलाओं के भी खूब खाते खोले गए हैं। इसमें 56 फीसदी जन-धन खाताधारक महिलाएं हैं। इसमें 67 फीसदी जनधन खाते ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में हैं। पीएमजेडीवाई खाताधारकों को 31.94 करोड़ रुपे कार्ड जारी किए गए हैं।