पटना। शातिर कभी मदद के नाम पर ग्राहकों का एटीएम कार्ड बदल खाते से निकासी कर रहे हैं तो कभी डिपाजिट मशीन से छेड़छाड़ कर फंसे कैश निकाल रहे। रविवार को एसकेपुरी थाने में एक चौकाने वाला मामला सामने आया। एसकेपुरी में एचडीएफसी के एटीएम से रुपये निकासी करने पहुंची महिला का कार्ड मशीन में ही फंस गया। कार्ड नहीं निकलने पर वह बैंक की शाखा में पहुंचती तभी उनके खाते से छह किश्तों में 1 लाख 9 हजार 500 रुपये की निकासी हो गई। जब बैंक की टेक्निकल टीम एटीएम में पहुंची तो कार्ड मशीन के अंदर ही फंसा था। शातिर अब एटीएम के कैश ट्रे में पिन फंसाकर खेल कर रहे हैं। बैंक की टेक्निकल टीम जांच में जुट गई है। पीड़िता की शिकायत पर एसकेपुरी थाने की पुलिस केस दर्ज कर छाबनीन में जुट गई है।

नेहरू नगर निवासी तारा गिरी का खाता आनंदपुरी स्थित एचडीएफसी बैंक में है। वह 25 अगस्त को एएन कालेज के पास स्थित एचडीएफसी के एटीएम से रुपये निकासी करने करने पहुंची थी। पैसा निकालने के दौरान उनका एटीएम कार्ड मशीन में ही फंस गया। कई बार प्रयास किया और काफी देर तक इंतजार के बाद भी कार्ड मशीन से बाहर नहीं आया। वह एचडीएफसी बैंक गई कि इसी दौरान उनके मोबाइल पर मैसेज आया कि 49 हजार 500, 20 हजार, फिर 10-10 हजार रुपये चार बार में किसी ने निकासी कर ली है। उन्होंने तुरंत अपना खाता बंद करा दिया।

बैंक की टेक्निकल टीम के पहुंचने पर पता चला कि मशीन से छेड़खानी की गई थी। फिर मशीन को खोलकर कार्ड निकाला गया। वहीं छानबीन में पता चला कि शातिर कई अलग अलग जगहों से रुपये की निकासी किए हैं। पुलिस उन एटीएम में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है।

-एटीएम कार्ड ब्लाक का डर दिखाकर डिटेल, ओटीपी पूछकर ठगी करना।
-एटीएम बूथ के बाहर खड़े होकर एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करते थे।
-एटीएम मशीन में सर्वर डाउन होने की बात कहकर ठगी के मामले।
-कस्टमर केयर, ई-वालेट में कैश बैक के नाम पर शातिर ठगी करते।

जेईई मेन की रैंक से एनआइटी के अतिरिक्त भी विकल्प बचे हैं। सांकेतिक तस्वीर।
जेईई मेन की रैंक से एनआइटी के अतिरिक्त भी हैं विकल्प, एडमिशन के लिए इन आप्शन पर डालें नजर
-हाईटेक ठग एटीएम मशीन, एडीडब्ल्यूएम को कर रहे टारगेट
-फर्जी नाम, पते पर खाता, एटीएम मशीन में ट्रिक लगातार करते ठगी
-ट्रांजेक्शन प्रोसेस के बाद कैश निकलने के समय पर कैश ट्रे के शटर को पिन या अन्य तरीके से अटका रहे।
-कैश ट्रे में फंसे रुपये निकाल लेते है और बैंक को तत्काल पता भी नहीं चलता।
-एटीएम मशीन में छेड़छाड़ कर कार्ड को फंसा रहे और फिर खाते से रकम को दूसरे खाते में भेज निकासी।