मेरठ। बसपा नेता व पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके दोनों बेटों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित होने के बाद भी पुलिस उन्हें नहीं पकड़ पा रही है। शनिवार रात करीब दो बजे पुलिस को सूचना मिली थी कि लिसाड़ीगेट के गोला कुआं स्थित गैराज में याकूब का बेटा फिरोज कुरैशी आया है। तभी पुलिस ने गैराज को घेर लिया। गैराज के अंदर फिरोज की क्रेटा कार बरामद हुई है, जबकि फिरोज का कोई पता नहीं चल सका।
मीट फैक्ट्री प्रकरण में दर्ज हुआ था मुकदमा
याकूब कुरैशी के बेटे इमरान की खरखौदा के अलीपुर में अल फहीम मीटेक्स नाम से फैक्ट्री है। इसी मीट फैक्ट्री पर 31 मार्च 2022 की रात किठौर पुलिस के साथ एएसपी चंद्रकांत मीणा ने दबिश दी थी और अवैध मीट पैकिंग पकड़ी थी। इस मामले में खरखौदा थाने के इंस्पेक्टर दिनेश कुमार उपाध्याय की ओर से याकूब और उनके परिवार समेत 17 आरोपितों के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। मुकदमे की विवेचना किठौर पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई थी। पुलिस ने 10 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि तीन अन्य ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।
सात आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट भेजी
उधर, पुलिस ने इस मामले में याकूब कुरैशी, उनकी पत्नी और दोनों बेटों समेत सात आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट भेज दी है। अब याकूब और परिवार के खिलाफ गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। याकूब पक्ष के खिलाफ खरखौदा थाने में इंस्पेक्टर ने एक अप्रैल 2022 को मुकदमा दर्ज कराया था।
किठौर पुलिस ने की जांच पूरी
याकूब और उनके दोनों बेटे फिरोज व इमरान अब भी फरार हैं, जबकि याकूब की पत्नी शमजिदा बेगम जमानत पर हैं। इस मामले में करीब 15 दिन पहले किठौर पुलिस ने जांच पूरी करते हुए चार्जशीट तैयार कर पर्यवेक्षण के लिए सीओ कैंट कार्यालय भेजी थी। सीओ कैंट रूपाली राय की ओर से चार्जशीट सोमवार को एसीजेएम-5 की कोर्ट भिजवा दी गई।