पटना। बिजली उपभोक्ताओं की बिलिंग जल्द ही नए सिस्टम पर शुरू होगी। बिजली कंपनी बिलिंग के लिए नए आइटी सिस्टम को ले निविदा करेगी। इस पूरे प्रोजेक्ट पर पांच सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे।

बिजली कंपनी की जो वर्तमान व्यवस्था है वह उतनी नहीं है जो लगातार बढ़ रही उपभोक्ताओं की संख्या के हिसाब से काम कर सके। सर्वर की क्षमता भी अपेक्षाकृत कम है। इसलिए बिजली कंपनी दो करोड़ उपभोक्ताओं की संख्या को ध्यान में रख बिलिंग व्यवस्था को बनाएगी। पूरी व्यवस्था की आधारभूत संरचना नए सिरे से तैयार होनी है।

बिजली कंपनी द्वारा बिलिंग सिस्टम के लिए सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) के स्तर पर जो नयी संरचनात्मक व्यवस्था की जाएगी उसके रख रखाव अगले पांच साल तक वही आईटी कंपनी करेगी जो इसे तैयार करेगी। आईटी कंपनी का चयन निविदा के आधार पर किया जाना है।

बिलिंग सिस्टम के नए प्रारूप के तहत यह व्यवस्था की जा रही कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ता एक ही प्लेटफार्म पर आ जाएंगे। अभी यह व्यवस्था नहीं है। शहरी क्षेत्र में बिलिंग साफ्टवेयर पर एक निजी कंपनी के जिम्मे है जबकि ग्रामीण क्षेत्र का काम एनआईसी के माध्यम से होते हैं। एनआईसी ने बिजली कंपनी को यह कह दिया है कि अब वह इस काम को नहीं कर पाएगी। वह अपने स्तर से इसकी व्यवस्था कर ले।

बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट प्री पेड मीटर का दायरा बढ़ने की वजह से आईटी की नयी संरचनात्मक व्यवस्था जरूरी है। इससे जुड़े डाटा को सुरक्षित रखने के लिए अलग से व्यवस्था की जानी है। इस सिस्टम को शुरू किए जाने को ले राज्य कैबिनेट की मंजूरी के बाद मामला आगे बढ़ेगा।