बरेली। जन्मतिथि पार्टी में डांसिंग फ्लोर पर ठुमके लगा रहे प्रभात के चेहरे पर कोई शिकन नहीं, सिर्फ मुस्कुराहट थी। अचानक मौत ने उन पर झपट्टा मार दिया। करीब सवा मिनट तक नाचते-नाचते वह फ्लोर पर गिरे और वहीं मृत्यु हो गई। डाक्टर उन्हें हार्ट अटैक बता रहे हैं। वायरल वीडियो में दिख रहा कि नाचते समय उन्हें हार्ट अटैक का कोई लक्षण महसूस नहीं हुआ। न उन्हें कोई घबराहट थी, न ही दर्द। डांसिग स्टेप के दौरान वह घुटने की ओर जैसे ही झुके,वहीं गिर गए।
गुरुवार रात को डेलापीर के होटल ग्रांट में मानव सेवा क्लब के सदस्य विशाल मेहरोत्रा की जन्मतिथि पार्टी थी। भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान के पशु अनुवांशिकी विभाग में कार्यरत तकनीकी सहायक प्रभात कुमार उर्फ प्रेमी भी उसमें शामिल होने गए थे। वहां ‘एक लड़की चाहिये खास-खास’ गाने पर वह नाच रहे थे।
करीब सवा मिनट तक वह मुस्कुराते हुए नाचते रहे, फिर अचानक सिर के बल फ्लोर पर गिर गए। कार्यक्रम में उपस्थित डाक्टर विनोद पागरानी ने प्राथमिक उपचार देने का प्रयास किया मगर, प्रभात के शरीर में कोई हलचल नहीं थी। उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए, वहां मृत घोषित कर दिया गया।
इस बारे में डा. पागरानी ने बताया कि सीवियर हार्ट अटैक होने की वजह से उनका हृदय पूरी तरीके से डैमेज हो गया था, जिससे उन्हें बचाया नहीं जा सका। प्रभात की मृत्यु की खबर सुनकर आइवीआरआइ परिसर के वैज्ञानिकों एवं अन्य अधिकारियों कर्मचारियों ने शोक संवेदना जताई। उनका अंतिम संस्कार माडल टाउन श्मशान भूमि में किया गया। श्मशान भूमि में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
प्रभात कुमार अपने जानने वालों में प्रेमी के नाम से मशहूर थे, क्योंकि सभी के लिए हमेशा सहयोग करने को तत्पर रहने की वजह से उनके साथियों ने उन्हें यह नाम दिया था।
शहर के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. मनाजिर इकबाल ने बताया कि मरीज को कार्नरी आर्टरी डिजीज रही होगी। हो सकता है उनकी आर्टरी 90-95 फीसद तक बंद हो। इस कारण उन्हें अचानक तीव्र ह्रदयघात हुआ और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
डा. मनाजिर ने बताया कि डांस भी एक एक्सरसाइज है। डांस करने के दौरान उनकी हृदय गति तेज हो गई होगी। हो सकता है उस वक्त उन्होंने खाना भी खाया होगा। डांस करने की एक्सरसाइज थकाने वाली होती है। संभावना यह भी है कि नाचने के दौरान उनके सीने में दर्द हुआ हो और वह दर्द को अनदेखा कर गए हों।
उन्होंने बताया कि दिल में तीन आर्टरी होती है। अगर तीनों ब्लाक हो या फिर बायी वाली मुख्य भाग पर बंद हो तो इस तरह के अचानक हार्टअटैक की संभावना रहती है। उस वक्त मरीज को इतना समय नहीं मिलता कि वह अस्पताल तक भी पहुंच पाए। इस कारण हृदयघात से बचने के लिए रुटीन जांच कराना जरूरी है।