नई दिल्ली। स्ट्रोक पर हुई नई स्टडी में पता चला है कि किसी व्यक्ति के ब्लड ग्रुप से उसके Early Stroke के जोखिम का पता लगाया जा सकता है. नई मेटा-एनालिसिस ऑफ रिसर्च में ये बात सामने आई है. इस मेटा-एनालिसिस में इस्केमिक स्ट्रोक पर फोकस करते हुए आनुवांशिक स्टडी को भी शामिल किया गया है. इस्केमिक स्ट्रोक मस्तिष्क में ब्लड के प्रवाह में रुकावट की वजह से होता है. यह 60 साल से कम उम्र को लोगों में अधिक होता है. यह स्टडी यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड स्कूल ऑफ मेडिसिन के रिसर्चर्स के नेतृत्व में की गई.

जरनल न्यूरोलॉजी में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, किटनर और उनके साथियों ने आनुवंशिकी और इस्केमिक स्ट्रोक पर 48 अध्ययनों का मेटा-एनालिसिस करके रिसर्च की. इसमें 17,000 स्ट्रोक मरीजों और लगभग 600,000 स्वस्थ लोगों को शामिल किया गया. ये ऐसे लोग थे जिनको स्ट्रोक का कोई अनुभव नहीं था. स्टडी के मुताबिक, ब्लड ग्रुप A वाले लोगों में Early Stroke होने की संभावना ज्यादा होती है. वहीं, ब्लड ग्रुप O वाले लोगों में इसकी संभावना कम होती है. विभिन्न कारकों के विश्लेषण के बाद, रिसर्चर्स ने पाया कि जिन लोगों का ब्लड ग्रुप A था, उनमें अन्य ब्लड ग्रुप वाले लोगों की तुलना में Early Stroke होने का जोखिम 16 प्रतिशत अधिक था. वहीं, जिन लोगों का ब्लड ग्रुप O था, उनमें अन्य ब्लड ग्रुप वाले लोगों की तुलना में Early Stroke होने का खतरा 12 प्रतिशत कम था.

वैज्ञानिकों ने स्टडी में पाया कि Early Stroke का बढ़ा हुआ जोखिम बहुत मामूली था. उन्होंने कहा कि ब्लड ग्रुप A वाले लोगों को Early Stroke होने या इस खोज के आधार पर अतिरिक्त जांच या मेडिकल टेस्ट कराने या इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है. किटनर ने कहा कि हम अभी भी नहीं जानते हैं कि ब्लड ग्रुप A वालों को Early Stroke का उच्च जोखिम क्यों है, लेकिन इसकी संभावना खून का थक्का जमने के कारकों जैसे प्लेटलेट्स और कोशिकाओं के कारण है. खून का थक्का बनाने में इनकी अहम भूमिका होती है.