बिजनौर। मीरापुर गांव के प्राइमरी स्कूल में खड़े विद्युत पोल से गुजर रही हाईटेंशन लाइन वहां तैनात शिक्षक के लिए जानलेवा साबित हुई। स्कूल के मुख्याध्यापक की पोल में आए करंट की चपेट में आने के बाद मौत हो गई। उन्हें बचाने के लिए पहुंचे सहायक अध्यापक भी बुरी तरह झुलस गए। स्कूल में हुए इस हादसे से शिक्षकों में रोष फैल गया।
जिला मेरठ के कंकरखेड़ा में स्थित न्यू गोविंदपुरी निवासी कौशल कुमार सैनी पुत्र रामदास चांदपुर तहसील क्षेत्र व नूरपुर ब्लाक के गांव मीरापुर के प्राथमिक विद्यालय में मुख्याध्यापक थे। उनकी पत्नी सारिका भी सहायक अध्यापक पद पर तैनात हैं। करीब तीन वर्ष से अधिक समय से उनकी तैनाती उक्त विद्यालय में है। उनके साथ मेरठ के मवाना थाना क्षेत्र के गांव गढ़ीना निवासी जॉनी कुमार पुत्र तिलक राम भी सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं।
विद्यालय परिसर में उत्तर दिशा की ओर से डबल पोल खड़ा है। जिससे खेतों की ओर हाईटेंशन लाइन जा रही है। दोपहर करीब एक से डेढ़ बजे के बीच कौशल कुमार छुट्टी के बाद विद्युत पोल की ओर जा रहे थे। जैसे वह वहां पहुंचे तो पोल में अचानक करंट उतर आया और वह बुरी तरह झुलस गए। उनकी मौके पर मौत हो गई। तभी कौशल को बचाने के चक्कर में जॉनी भी बुरी तरह झुलस गए।
मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने झुलसे शिक्षक जॉनी आनन-फानन में सीएचसी में भर्ती कराया। जहां से उन्हें पहले बिजनौर बाद में मेरठ के लिए रेफर कर दिया। वहीं, मुख्याध्यापक की मौत से उनकी पत्नी सारिका व स्वजन में कोहराम मच गया। हादसे की सूचना पर अन्य शिक्षक भी वहां पहुंच गए और उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
मृतक शिक्षक की पत्नी की ओर से बिजली विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। कोतवाली प्रभारी सतीश कुमार राय ने बताया कि मृतक शिक्षक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। तहरीर के आधार पर अज्ञात बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ गैर इरादातन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले की जांच की जा रही है।