जमशेदपुर : टाटा स्टील में रिकार्ड 20 प्रतिशत बोनस के साथ 20-20 हजार का गुडविल राशि मिला है। इसके अलावा टिनप्लेट कंपनी में भी 20 प्रतिशत बोनस के बाद पांच हजार रुपये की एकमुश्त राशि मिली है। ऐसे में शहर की अन्य दूसरी बड़ी कंपनियों में कार्यरत कर्मचारी उम्मीद कर रहे हैं कि उन्हें भी बोनस के अलावा एकमुश्त राशि मिले। क्योंकि अधिकतर कंपनियों में रिकार्ड मुनाफा हुआ है।
हालांकि कई कंपनियों में अब तक प्रबंधन और मान्यता प्राप्त यूनियन के बीच बोनस की एक-दो बार वार्ता हुई है जबकि कुछ कंपनियों में यह शुरू भी नहीं हुआ है। बड़ी कंपनियों के अलावा क्लब एंड रेस्टोरेंट में भी बोनस होना है। मजदूर नगरी के रूप में प्रचलित यहां के कर्मचारियों को उम्मीद है कि दुर्गा पूजा व दीपावली से पहले उन्हें बोनस के रूप में डबल वेतन मिल जाए ताकि वे भी अच्छे से खरीदारी कर सके।
टाटा मोटर्स में वर्ष 2021 में 10.5 प्रतिशत बोनस हुआ था। इसके अलावा 281 कर्मचारी स्थायी हुए थे। इस बार बोनस को लेकर कंपनी प्रबंधन और टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन नेतृत्व के बीच तीन दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन अब तक बोनस पर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।
उम्मीद की जा रही है कि 17 सितंबर विश्वकर्मा पूजा से पहले कंपनी में बोनस समझौता हो सकता है। हालांकि टाटा मोटर्स का ओवरआल घाटे में है लेकिन पैसेंजर और मध्यम व भारी वाहनों की बिक्री में रिकार्ड प्रदर्शन किया है। ऐसे में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष बेहतर बोनस होने की उम्मीद है। इसके अलावा यहां बोनस व ग्रेड रिवीजन के समय बाइ-सिक्स कर्मचारियों के स्थायीकरण की भी परंपरा है। ऐसे में इस वर्ष कर्मचारी भी 300 कर्मचारियों के स्थायीकरण होने का इंतजार कर रही है।
50,200 रुपये मिले थी अधिकतम राशि
38,200 रुपये मिली थी न्यूनतम राशि
8.33 प्रतिशत मिला था बाइ-सिक्स कर्मचारियों को
6000 कर्मचारियों को मिला था बोनस का पैसा
टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पूर्व में जुस्को) में पिछली बार 706 कर्मचारियों को 6.43 करोड रुपये बोनस मिला था। यहां जुस्को श्रमिक यूनियन के चुनाव को लेकर विवाद चल रहा है। ऐसे में कंपनी प्रबंधन बिना किसी यूनियन से वार्ता या किसी तरह की बारगेनिंग किए बोनस किया था। जुस्को में बोनस का फार्मूला बना हुआ है। ऐसे में यहां के कर्मचारियों को पिछली बार फार्मूला के आधार पर कंपनी प्रबंधन ने बोनस का पैसा सीधे कर्मचारियों के बैंक खाते में भेज दिया था। इस वर्ष भी यहीं स्थिति बन रही है। उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी कंपनी प्रबंधन सीधे कर्मचारियों के बैंक खाते में बोनस का पैसा भेजेगी।
टाटा स्टील की अनुषंगी इकाई, टाटा स्टील डाउनस्ट्रीम प्रोडक्ट्स लिमिटेड (टीएसडपीएल) में बीते वर्ष कर्मचारियों को 17 प्रतिशत बोनस मिला था। इसका लाभ देश भर के सात प्लांट में कार्यरत 600 कर्मचारियों को मिला था। इसके अलावा बोनस समझौते में अस्थायी कर्मचारियों के स्थायी करण पर भी सहमति बनी थी। इसका आधार लिखित परीक्षा होगी। इस वर्ष बोनस पर कंपनी प्रबंधन और यूनियन नेतृत्व के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है। उम्मीद है कि एक-दो दिन में यहां बोनस हो जाएगा।
टाटा स्टील और ब्लूस्कोप की संयुक्त कंपनी, टाटा ब्लूस्कोप में पिछली बार 16 प्रतिशत बोनस मिला था। इस बार भी बोनस को लेकर कंपनी प्रबंधन और यूनियन नेतृत्व के बीच बोनस की वार्ता शुरू हो गई है। यूनियन नेतृत्व ने उम्मीद जताई है कि इस बार विश्वकर्मा पूजा से लेकर दुर्गा पूजा के बीच बोनस समझौता हो सकता है। हालांकि पिछली बार धनतेरस के दिन बोनस हुआ था।