मेरठ। कंकरखेड़ा के मुख्य बाजार में मंगलम ज्वैलर्स के स्वामी से दस लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने कस्बे के दो युवकों को धर दबोचा है। जिनमें से एक युवक ज्वैलर्स से एक वर्ष पूर्व एक लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में जेल भी गया था। पुलिस ने दोनों बदमाशों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
पुलिस के मुताबिक, कंकरखेड़ा मुख्य बाजार निवासी चिराग की बाजार में ही मंगलम ज्वैलर्स के नाम से दुकान है। बताया जाता है कि कंकरखेड़ा के नटेशपुरम निवासी ध्रुव मलिक पुत्र ओमवीर सिंह निवासी नटेशपुरम कंकरखेड़ा और तरूण पुत्र पूरन सिंह निवासी श्रद्धापुरी कंकरखेड़ा ने सर्राफ चिराग से तीन दिन पूर्व फोन कर दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। इस दौरान ध्रुव ने अपने मोबाइल के खोने की तहरीर कंकरखेड़ा थाने में दी थी। तहरीर दर्ज के बाद ध्रुव ने अपने मोबाइल के सिम को तरूण के मोबाइल में डाल कर रंगदारी मांगी। ताकि लोकेशन और नंबर को लेकर पुलिस परेशान रहे। उधर, पीड़ित चिराग ने थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने सर्विलांस और अपने स्तर से जांच पड़ताल शुरू की तो सारा मामला खुलकर सामने आ गया। पुलिस ने रंगदारी मांगने के आरोपित ध्रुव मलिक और तरूण को गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने अपने गुनाह स्वीकार किए। कंकरखेड़ा थाने के कार्यवाहक एसओ वीरेंद्र सिंह का कहना है कि एक वर्ष पूर्व मंगलम ज्वैलर्स के स्वामी से ध्रुव ने इंटरनेट काल के जरिये रंगदारी मांगी थी। तब वह जेल गया था। अब दोनों बदमाशों गिरफ्तार हैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है।