नई दिल्ली. विश्व युद्ध के दौरान दुनिया ने जो त्रासदी झेली है उसके बारे में बयां कर पाना आसान नहीं है. पहला विश्व युद्ध साल 1914 से लेकर 1918 तक चला था. दुनिया के 40 मिलियन लोग इस युद्ध से बुरी तरह प्रभावित हुए लेकिन पेपर से इतर ये संख्या इससे कहीं ज्यादा है. पहले विश्व युद्ध के प्रकोप से दुनिया ठीक से बाहर निकल नहीं पाई थी कि साल 1939 में दूसरा विश्व युद्ध शुरू हो गया जो साल 1945 तक चला. इसी दूसरे विश्व युद्ध में 7 दिसंबर 1941 को अमेरिका के ऊपर एक खतरनाक हमला हुआ. इसी हमले को Peral Harbour attack के नाम से जाना जाता है. ये हमला किया था जापान ने. आज इस घटना का जिक्र इसलिए किया जा रहा क्योंकि पर्ल हार्बर हमले में मरे लोगों की पहचान अब तक की जा सकी है. इसी हमले में मारे गए एक शव की पहचान अब सामने आई है.
पर्ल हार्बर हमले में मारे गए लोगों के शवों की पहचान करने में दशकों का समय लग गया. इसी क्रम में हमले में शहीद हुए एक 21 वर्षीय सैनिक के शव की पहचान की गई. जिसका अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा. आपको बता दें कि पर्ल हार्बर घटना को करीब 80 साल हो चुके हैं. घटना में शहीद हुआ सैनिक अमेरिका के नौसेना में तैनात था जिसका नाम हर्बर्ट ‘बर्ट’ जैकबसन था. पर्ल हार्बर घटना के बाद अमेरिका भी द्वितीय विश्वयुद्ध में शामिल हो गया था. जापान के इस हमले में अमेरिका के सैकड़ों नाविक और नौसैनिक मारे गए थे.
जैकबसन के परिवार ने अंतिम संस्कार के लिए 80 साल का लंबा इंतजार किया. जैकबसन के बारे में उनका परिवार जानता था लेकिन वो कभी उनसे मिल नहीं पाया. जैकबसन के भतीजे ब्रैड मैकडॉनल्ड ने कहा,’यह एक तरह से अनसुलझा रहस्य रहा है कि उनका क्या हुआ लेकिन अब हमें पता चल पाया है. लंबे समय से उनको गुमशुदा की लिस्ट में रखा गया था.’ आपको बता दें कि जैकबसन का अंतिम संस्कार अर्लिंग्टन राष्ट्रीय कब्रगाह में किया जाएगा.