नई दिल्ली। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार 19 सितंबर को किया जाएगा। बीते कल ही महारानी के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए लाया गया था। जिसके बाद अब उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां जोरो शोरों से की जा रही है। इस दौरान महारानी की ये विदाई पूरे सम्मान और सही तरीके से हो इसलिए यहां आने लोगों का चुनाव भी कर लिया गया है। जिसके लिए देश विदेश की हस्तियों को भी निमंत्रण भेजा गया है। बता दें कि महारानी के अंतिम संस्कार के लिए राष्ट्राध्यक्षों और गणमान्य विदेशी मेहमानों सहित 500 लोगों की इजाजत मिली है।
बताया गया है कि महारानी के अंतिम संस्कार के अंतराल छह दशकों में ब्रिटेन के इस पहले राजकीय अंतिम संस्कार स्थल तक आने वाले सभी विदेशी लोगों को बस से आने को कहा गया है। ऐसे में बताया जा रहा है कि ये लोग ब्रिटेन में कर्मिशियल उड़ान से आ सकते हैं, लेकिन अंतिम संस्कार स्थल तक जाने के लिए इन सभी लोगों को बस से ही आना होगा. लंदन पहुंचने के बाद इन्हें पश्चिमी लंदन तक बस से ले जाया जाएगा. महारानी के दफनाने की रस्में वेस्टमिन्स्टर एबे में होगी. इस दौरान यहां कम से कम के 2200 लोगों होने की उम्मीद की जा रही है।
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में जहां एक तरफ उनके रिश्ते- नाते वाले यूरोप के शाही परिवार पहुंचेंगे। तो वही बेल्जियम के किंग फ़िलिप और क्वीन मथिल्डे महारानी को आखिरी विदाई देने पहुंच रहे है। इसके अलावा किंग विलेम-एलेक्ज़ेंडर और उनकी पत्नी क्वीन मैक्सिमा, क्वीन मैक्सिमा की मां पूर्व डच क्वीन प्रिसेंस बिट्रिक्स भी होंगी. स्पेन के किंग फ़ेलिपे और क्वीन लेटिज़िया नॉर्वे, स्वीडन और डेनमार्क के शाही परिवार के सदस्य भी महारानी के अंतिम संस्कार में पहुंचेगे।
महारानी के अंतिम संस्कार में राजनीति हस्तियों का भी जमावड़ा लगेगा। जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अपनी पत्नी जिल बाइडेन, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ओबामा को उनकी पत्नी मिशेल, भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी एल्बनीज़, न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न और कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो,बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के भी महारानी के अंतिम संस्कार में आने की उम्मीद जतायी जा रही है।
इसके अलावा आयरिश नेता ताओइशिच माइकल मार्टिन, जर्मन राष्ट्रपति फ्रैंक वाल्टर स्टिनमायर, इटली के राष्ट्रपति सर्गियो मातारेला और यूरोपियन कमीशन की प्रेसिडेंट उर्स वोनडर लियेन, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल और ब्रजील के राष्ट्रपति ज़ाएर बोलसोनारो, तुर्की के राष्ट्रपित रेचेप तैय्यप अर्दोआन, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों और जापानी सम्राट नारुहितो, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भी पहुंचने की उम्मीद है।