मेरठ। उत्तर प्रदेश के श्रम कल्याण परिषद के निवर्तमान अध्यक्ष सुनील भराला के मोबाइल पर आई धमकी का रहस्य अभी बरकरार है, जबकि धमकी देने के लिए मोबाइल और सिम मुहैया कराने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
धमकी देने वाले को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अभी तक धमकी दिलाने वाले तक पुलिस पहुंच नहीं पाई है। सवाल है कि पुलिस मुख्य आरोपित तक पहुंच नहीं पा रही है, या पहुंचना चाहती नहीं है। हालांकि अफसर दावा कर रहे है कि अगले 24 घंटे में पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठा दिया जाएगा। दस सितंबर को सुनील भराला के मोबाइल नंबर पर अंजान नंबर से काल आई।
कालर ने दो मिनट 44 सेकेंड अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उनकी हत्या करने की धमकी दी। भराला ने एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से मामले की शिकायत की। बताया कि गाजियाबाद में एक कंपनी को जमीन आवंटन के मामले में मुख्य सचिव से शिकायत की थी। कालर के द्वारा कंपनी की जांच वापस लेने के लिए भी धमकी दी गई थी। एसएसपी ने बताया कि करीम नगर निवासी अतीब ने सुनील भराला को धमकी दी थी।
अतीब को दिल्ली के जामिया नगर निवासी रिहान अली ने सिम और कासिफ ने मोबाइल मुहैया कराया था। कासिफ मूलरूप से हापुड़ रोड का रहने वाला है, जो हाल में दिल्ली को ओखला में रहता है। पुलिस ने कासिफ और रिहान अली को जेल भेज दिया है, जबकि अतीब से पूछताछ की जा रही है। अभी तक अतीब ने बताया कि दिल्ली के बाटला हाउस में रहने वाले मोहम्मद अजीम ने सुनील भराला को धमकी देने के लिए दो लाख की रकम दी थी और मोबाइल तथा सिम भी मुहैया कराया था। पुलिस अभी तक अजीम को पकड़ नहीं पाई है।
उसकी तलाश में दिल्ली डेरा डाला हुआ है। सवाल है कि धमकी देने वाले आरोपितों को पकड़ने के बाद भी पुलिस धमकी भरी काल के रहस्य से पर्दा नहीं उठा पा रही है। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया कि धमकी भरी काल किसने दिलवाई है, उसके पीछे आरोपित का मकशद क्या है। एसएसपी रोहित सजवान का कहना है कि पुलिस की टीम रहस्य से पर्दा उठाने में लगी है। अभी अतीब से पूछताछ की जा रही है।
शहर विधायक रफीक अंसारी को डरावनी काल करने वाले अधिवक्ता रविंद्र को पुलिस पूछताछ के बाद छोड़ दिया है। पूछताछ में सामने आया कि अधविक्ता रविंद्र का काल के पीछे कोई गलत मकसद नहीं था। शराब के नशे में अधिवक्ता ने काल की थी।
दरअसल, अधिवक्ता भी उस समय पार्षद रहे हैं, जब शहर विधायक भी पार्षद थे। ऐसे में अधिवक्ता ने मजाकिया काल की थी। पुलिस ने पूछताछ करने के बाद अधिवक्ता को छोड़ दिया है। बता दें कि अधिवक्ता ने काल में कहा था कि सावधान हो जाओ। भाजपा के एक विधायक ने कंकरखेड़ा में हरियाणा से पांच-छह युवकों को बुला रखा है, जो आपकी हत्या कर सकते है।