मेरठ. सोतीगंज के कबाड़ियों की धरपकड़ को आई पंजाब पुलिस ने गुरुवार रात हाईवे पर पल्लवपुरम में ट्रैप बिछाया। पुलिस टीम अपने साथ एक वाहन चोर को लेकर आई थी। वाहन चोर के मोबाइल से सोतीगंज के कुछ कबाड़ियों को कॉल कर बुलाया गया। हालांकि धरपकड़ से आरोपी कबाड़ी मामला भांप गए और निकल भागे। बाद में पुलिस टीम ने सोतीगंज में भी दबिश दी, लेकिन कोई हाथ नहीं आया।

पंजाब से वाहनों की चोरी करने के बाद मेरठ के सोतीगंज में सप्लाई किया जाता था। पंजाब पुलिस ने सागर नामक वाहन चोर को गिरफ्तार किया था, जिसका कनेक्शन सोतीगंज के कबाड़ियों से है। सागर को पुलिस रिमांड पर लेकर पंजाब पुलिस मेरठ में गुरुवार शाम पहुंची। सागर के मोबाइल से एक कॉल कबाड़ियों को कराया और लेनदेन की मीटिंग के लिए पल्लवपुरम में हाईवे पर एक रेस्टोरेंट पर बुलाया। चार वाहन कबाड़ी रेस्टोरेंट के पास पहुंचे तो पंजाब पुलिस ने चारों ओर घेराबंदी कर ली। इस बीच कबाड़ियों को शक हो गया और आरोपी वहां से निकल भागे। इसके बाद पुलिस टीम ने आरोपियों की तलाश में उनके घर और कुछ अन्य जगहों पर दबिश दी। हालांकि पुलिस को कोई भी नहीं मिला। पुलिस सूत्रों की मानें तो जिन कबाड़ियों की पंजाब पुलिस को तलाश है, उनके खिलाफ दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। इनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई हो चुकी है। आरोपियों को जेल भी भेजा गया था और हाल ही में जेल से जमानत पर छूटकर बाहर आए हैं।

सोतीगंज के वाहन कबाड़ियों और चोरों का कनेक्शन कई राज्यों में है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान से लेकर दिल्ली और अन्य कई राज्यों से वाहनों की चोरी करने के बाद इन्हें मेरठ लाया जाता है। इसके बाद यहां या तो कटान कर दिया जाता है, या फिर नंबर बदलकर दूसरे राज्यों में बेच दिया जाता है। इस नेटवर्क को मेरठ के पूर्व एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने तोड़ने का प्रयास किया था। सोतीगंज को बंद कराते हुए दुकानों पर ताले लगवा दिए थे। इस कार्रवाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मेरठ पुलिस की पीठ थपथपाई थी।