नई दिल्ली. दुनिया के पहले इलेक्ट्रिक प्लेन से आसमान में सफलतापूर्वक उड़ान भरी है। जीरो एमिशन वाले विमान ने 3500 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरी। ये उड़ान आठ मिनट की रही।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विमान में 640 किलोवॉट की मोटर दी गई है। इस मोटर को ईवी कार या फोन जैसी बैटरी तकनीक से चार्ज किया जा सकता है। 30 मिनट की चार्जिंग के बाद नौ यात्रियों को लेकर एलिस एक घंटे से दो घंटे तक उड़ान भरने में सक्षम होगा। परंपरागत विमान में इंजन लगा होता है जो एविएशन फ्यूल से चलता है। विमान चलाने पर ये फ्यूल जलता है और प्रदूषण करता है। लेकिन इलेक्ट्रिक विमान बिजली से चार्ज होने के बाद चलता है जिससे प्रदूषण नहीं होता।
इलेक्ट्रिक विमान एलिस की अधिकतम क्रूज स्पीड 250 समुद्री मील या 287 मील प्रति घंटा है। परंपरागत विमानों में से एक बोइंग 737 की अधिकतम क्रूज स्पीड 588 मील प्रति घंटा है।
एविएशन नाम की कंपनी ने इलेक्ट्रिक विमान का प्रोटोटाइप बनाया है। कंपनी इजराइल की है। विमान की टेस्ट उड़ान अमेरिका के वॉशिंगटन ग्रांट कंट्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी अगले कुछ सालों में विमान की डिलीवरी देना शुरू कर सकती है। डिलीवरी से पहले कंपनी टेस्ट उड़ान की जानकारी का उपयोग करेगी और विमान को बेहतर करने की कोशिश करेगी।
इलेक्ट्रिक विमान एलिस को तीन वर्जन में पेश किया जाएगा। इनमें से पहले वर्जन में नौ यात्रियों की क्षमता होगी। दूसरे वर्जन में छह यात्रियों की क्षमता होगी। इसके तीसरे वर्जन को कार्गो के लिए बनाया गया है। इन सभी वर्जन में दो क्रू सदस्यों के लिए भी जगह होगी।