नई दिल्ली. लगभग 2 साल पहले आई कोरोना वायरस महामारी आज भी हमारे बीच है। इस बीमारी ने जहां काफी बड़ी संख्या में लोगों को अपनी चपेट में लिया तो वहीं इस वायरस से जान जाने वालों की संख्या भी हर किसी को डराती है। एक बार कोरोना की चपेट में आने के कारण अगर अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है, तो काफी लंबा-चौड़ा बिल भी आ जाता है। लेकिन जरा सोचिए कि जिनके पास पैसे नहीं हैं वो ये बिल कैसे भरेंगे? इसी बात को ध्यान में रखते हुए जो लोग गरीब वर्ग से आते हैं और अपना इलाज भी नहीं करा पाते हैं। इनके लिए केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की, जिसका अब नाम बदलकर ‘आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-मुख्यमंत्री योजना’ कर दिया गया है। तो चलिए जानने की कोशिश करते हैं कि क्या इस कार्ड के जरिए कोरोना का भी इलाज हो सकता है या नहीं। आप अगली
दरअसल, केंद्र सरकार के साथ अब राज्य सरकारें भी इस योजना में जुड़ रही हैं। बात अगर कोरोना के इलाज की करें, तो इस कार्ड के जरिए कार्डधारक अपना कोरोना का मुफ्त में इलाज करवा सकता है। लाभार्थी अपना 5 लाख रुपये तक तक मुफ्त में इलाज करवा सकता है। अगर आप भी इस कार्ड का लाभ लेना चाहते हैं, तो आप भी इसे बनवा सकते हैं।
अगर आप भी इस योजना के लिए पात्र हैं, तो आप भी इस कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले अपने नजदीकी पब्लिक सर्विस सेंटर पर जाना है।
फिर यहां केंद्र पर मौजूद अधिकारी आपका नाम आयुष्मान योजना लाभार्थी की सूची में चेक करेंगे। अगर आपका नाम इस सूची में होता है, तो फिर जन सेवा सेंटर के अधिकारी आपका पंजीकरण करेंगे।
इसके लिए आपको कुछ दस्तावेज जैसे- आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, मोबाइल नंबर (रजिस्टर्ड) और एक पासपोर्ट साइज तस्वीर देनी है। फिर आपको रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड दे दिया जाता है। साथ ही इसके 15 दिन के अंदर आपको आयुष्मान कार्ड जारी कर दिया जाता है।