बाराबंकी. असंद्रा थाना क्षेत्र के बसैगापुर मजरे ढेमा गांव में बुधवार शाम दुर्गा पंडाल में लगे टेंट हाउस के लोहे के खंभों में करंट उतरने से उसकी चपेट में आकर दो युवकों की मौत हो गई जबकि कई बाल-बाल बच गए। घटना के बाद से गांव में कोहराम मचा है।
बसैगापुर मजरे ढेमा गांव में नवरात्र में प्रतिमा की स्थापना हुई थी। बृहस्पतिवार को विसर्जन है। इससे पूर्व बुधवार को भंडारे का आयोजन पंडाल में ही किया गया था। प्रकाश व्यवस्था के लिए जनरेटर की व्यवस्था थी मगर ग्रामीणों ने पंडाल से करीब 100 मीटर दूर स्थित बिजली के खंभे से कटिया लगा ली थी।
ग्राम प्रधान पति राम कैलाश ने बताया कि खंभे से जो तार पंडाल तक आया था वह कहीं पर कटा था। इससे करंट टेंट हाउस के लोहे के खंभों में उतर आया। भंडारे का आयोजन होने से पहले गांव के तमाम लोग पंडाल के अंदर इकट्ठा थे। दोपहर से बारिश होने के कारण पंडाल भी भीग गया था।
शाम करीब तीन बजे टेंट हाउस का खंभा छूते ही गांव का सोमनाथ (35) करंट की चपेट में आ गया। पानी फैला होने के कारण करंट जमीन में भी उतर आया था। इसी करंट की चपेट में आकर गांव का दूसरा युवक रोहित (17) भी वही गिरकर तड़पने लगा। इस दौरान कई लोगों को करंट के झटके लगे। लोग इधर-उधर भागने लगे।
आनन-फानन में बिजली का तार काटा गया। सोमनाथ और रोहित को अस्पताल ले जाने की कवायद हुई मगर उससे पहले ही उनकी मौत हो गई। सूचना पाने के बाद मौके पर पुलिस प्रशासन के अधिकारी पहुंच गए। खाद रसद एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सतीश शर्मा भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। घटना से गांव में कोहराम मचा है।