नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को उन आरोपों को खारिज कर दिया कि गांधी परिवार पार्टी के अगले अध्यक्ष को रिमोट कंट्रोल से चलाएगी। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे दोनों उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर कद्दावर और अच्छी समझ रखने वाले व्यक्ति हैं। इन लोगों के बारे में इस तरह की बातें करना अपमानित करने जैसा है। गांधी ने यह भी कहा कि वह स्वभाव से तपस्या में विश्वास करते हैं और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के माध्यम से लोगों से संपर्क करके उनके दर्द को साझा करना चाहते हैं।
कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव को लेकर कुर राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पार्टी को नया अध्यक्ष मिल भी जाता है वो गांधी परिवार की रिमोट कंट्रोल से ही चलेगा। इस बारे में पूछे जाने पर गांधी ने कहा, ‘दोनों लोग जो चुनाव में उतरे हैं, उनकी एक हैसियत है, एक दृष्टिकोण है और वे कद्दावर तथा अच्छी समझ रखने वाले व्यक्ति हैं। मुझे नहीं लगता कि उनमें से कोई भी रिमोट कंट्रोल से चलने वाला है। सच कहूं तो ये बातें उन्हें अपमानित करने के लिए कही जा रही हैं।’
वहीं, हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से बैन की गई पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और कांग्रेस के बीच संबंधों को लेकर बीजेपी के आरोपों पर राहुल गांधी ने कहा कि नफरत और हिंसा फैलाना एक राष्ट्र विरोधी कार्य है और हम इसमें शामिल हर व्यक्ति से लड़ेंगे। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि नफरत फैलाने वाले व्यक्ति कौन है और वो कौन से समुदाय से आता है। नफरत और हिंसा फैलाना एक राष्ट्र विरोधी कार्य है और हम ऐसे लोगों के खिलाफ लड़ेंगे।
राहुल गांधी कांग्रेस की ओर से सात सितंबर को शुरू की गई भारत जोड़ो यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं। यात्रा की शुरुआत कन्याकुमारी से की गई है। फिलहाल यह यात्रा 700 किमी से अधिक दूरी तय कर कर्नाटक के तुमकुरु पहुंच चुकी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 2024 के चुनाव के लिए नहीं है और कांग्रेस, भाजपा-आरएसएस द्वारा किए जा रहे देश के विभाजन के खिलाफ लोगों को एकजुट करना चाहती है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा केवल मैं नहीं कर रहा हूं बल्कि लाखों की संख्या में लोग हैं जो कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि यह यात्रा केवल पार्टी की अभिव्यक्ति के लिए नहीं है, यह भारत के लोगों की अभिव्यक्ति है। यात्रा के 30 दिन पूरे होने पर कांग्रेस नेता ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा देश में राजनीतिक वर्ग और नागरिकों के बीच में एक दूरी विकसीत कर दी गई है। उन्होंने कहा, मैं तपस्या में विश्वास करता हूं, यही मेरा और मेरे परिवार का स्वभाव है।