लखनऊ में रविवार देर शाम से कभी धीमी तो कभी तेज बारिश होती रही। जिलाधिकारी ने शहर के लोगों को सलाह दी है कि बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलें। पुराने जर्जर घरों में रहने वाले लोग विशेष सावधानी बरतें। प्रदेश में पिछले पांच दिनों से हो रही भारी बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्तव्यस्त हो गया है। बीते 24 घंटों में अलग-अलग जिलों में बारिश से हुए हादसों में 28 लोगों की मौत हो गई। पूरे राज्य खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश फिलहाल रुकने का नाम नहीं ले रही।

दो दिनों में सात लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से घाघरा,सरयू और शारदा नदी के हालात बिगड़ गए। इससे सीतापुर में हजारों बीघे खेत जलमग्न हो गए। 30 गांवों में पानी भर गया है। वहीं, गोण्डा व बहराइच के 104-104 और बलरामपुर के 350 गांव जलमग्न हो गए। श्रावस्ती में राप्ती खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही है। वहीं, नेपाल से छोड़े जा रहे लाखों क्यूसेक पानी व झमाझम बारिश से बाराबंकी में सरयू का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यहां आसपास के 57 गांवों में पानी भर गया जिससे इन गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है।

डीएम ने लोगों से पानी को उबाल कर पीने, नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से ब्लीचिंग पाउडर एवं क्लोरीन की गोलियां प्राप्त करने की सलाह दी है। किसी भी मेडिकल इमरजेंसी के लिए नीचे लिखे नंबर पर फोन करें। 0522- 4523000, 0522-2622080

लखनऊ के डीएम ने भीड़ भाड़ वाले तथा ट्रैफिक जाम वाले क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी है। खुले सीवर, बिजली के तार व खम्भों से बच कर रहें। किसी भी तरह की समस्या जैसे- जलभराव, पेड़ गिरने पर लोग नगर निगम कंट्रोल रूम नम्बर पर संपर्क कर सकते हैं। 9151055671, 9151055672, 1533

पिछले चौबीस घंटे के दौरान संभल में रिकार्ड 145.4 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक पहली से नौ अक्तूबर तक पूरे राज्य में सामान्य (15.4 मिलीमीटर) से भारी बारिश (92.3 मिलीमीटर) दर्ज की गई है। अभी चार-पांच दिन इसी तरह की बारिश होने का अनुमान है। भारी बारिश के कारण बरेली, आगरा, अलीगढ़ और बुलंदशहर में 12 वीं तक के स्कूल-कालेज में दो और हापुड़-बागपत में एक दिन के लिए अवकाश घोषित कर दिया गया। वहीं, मुजफ्फरनगर के स्पोर्ट्स स्टेडियम के मैदान में पानी भरने से मेरठ के मवाना तहसील की अग्निवीर सेना भर्ती रविवार को स्थगित कर दी गई।

बारिश के कारण उन्नाव में अलग-अलग घटनाओं में घर गिरने से एक महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई। कानपुर देहात में दो व इटावा,औरैया और उरई में एक-एक की जान चली गई। हरदोई में आकाशीय बिजली से दो किसानों की मौत हुई, जबकि एक झुलस गया। वहीं, बारिश के दौरान हुए हादसों में ब्रज मंडल और अलीगढ़ में चार-चार लोगों की मौत हो गई। यहां अगले तीन दिन तक बारिश की संभावना जताई गई है। बुलंदशहर में 12 मकान गिरने से एक किशोर और एक महिला की मौत हो गई। चार बच्चों समेत 14 लोग घायल हो गए। पीलीभीत, बदायूं और शाहजहांपुर में बिजली व दीवार गिरने से चार लोगों की जान चली गई। बिजली गिरने से संतकबीर नगर, सिद्धार्थनगर और सीतापुर में चार की जान चली गई।

अयोध्‍या के मुबारकगंज सोहावल तहसील क्षेत्र में एक किसान की अतिवृष्टि से पानी में डूबी धान की फसल को देखकर सदमे में आ गया और उसे हार्ट अटैक पड़ गया। इलाज के दौरान मौत हो गई। शुक्रवार की शाम 56 वर्षीय ओमनारायण शुक्ल निवासी ग्राम पंचायत मोईया कपूरपुर के मजरे शुक्ल का पुरवा अतिवृष्टि से जलमग्न हुई धान की पकी फसल को खेत में देखने गया था। किसान ने पकी फसल को पानी में डूबा देख वह सदमे में आ गए और हार्ट अटैक पड़ गया।