नई दिल्ली. हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि 22 अक्टूबर को शाम में 6 बजकर 3 मिनट से शुरू होकर 23 अक्टूबर को शाम 6 बजकर 4 मिनट तक रहेगी। ऐसे में धनतेरस का पर्व 23 अक्टूबर को मनाना शुभ होगा। वहीं यमदीप 22 अक्टूबर को जलाना शुभ होगा। तिथियों के फेर के कारण जो लोग धनतेरस का व्रत रखते हैं। वह लोग 23 अक्टूबर को ही रखें। क्योंकि 23 को शाम तक प्रदोष काल है। जानिए धनतेरस की सही तिथि और शुभ मुहूर्त।

कार्तिक माह कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि आरंभ – 22 अक्टूबर 2022 को शाम 6 बजकर 02 मिनट से

कार्तिक माह कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि समाप्त – 23 अक्टूबर 2022 को शाम 6 बजकर 03 मिनट तक

पूजन का शुभ मुहूर्त – 23 अक्टूबर 2022 को रविवार शाम 5 बजकर 44 मिनट से 6 बजकर 5 मिनट तक

प्रदोष काल: शाम 5 बजकर 44 मिनट से रात 8 बजकर 16 मिनट तक।

वृषभ काल: शाम 6 बजकर 58 मिनट से रात 8 बजकर 54 मिनट तक।

धनतेरस 2022 पर शुभ योग भी बन रहा है। इस साल 23 तारीख को शनि देव मार्गी हो रहे हैं। ऐसे में कई राशियों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा धनतेरस के दिन सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग बन रहा है।

धनतेरस को धनत्रयोदशी के रूप में भी जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि समुद्र मंथन के दौरान धनतेरस के दिन ही भगवान कुबेर, देवी लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि प्रकट हुए थे। इसलिए इस दिन तीनों देवताओं की पूजा की जाती है। इसके साथ ही इस दिन खरीदारी करना भी शुभ माना जाता है।