मेरठ। लखनऊ में दो आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पश्चिमी यूपी पर भी आतंकी खतरा गहराता जा रहा है। इसको देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया गया है, जिसका असर रविवार शाम जनपद मेरठ तथा आसपास के जिलों में भी देखने को मिला। पुलिस ने जगह-जगह चेकिंग अभियान चलाया और वाहनों की तलाशी ली। कांवड़ यात्रा व आगामी त्योहारों के मद्देनजर भी अफसरों की ओर से सुरक्षा के दृष्टिगत निगरानी बढ़ाए जाने के निर्देश जारी हुए हैं।

दरअसल, आतंकी घटनाओं के मामले में पश्चिमी उत्तर प्रदेश हमेशा से संवेदनशील रहा है। हाल ही में शामली से आईएसआई का कनेक्शन सामने आने के बाद एक बार फिर संवेदनशीलता कई गुना बढ़ी है। यहां के दो युवक सलीम टुइया और कफील को एनआईए के द्वारा गिरफ्तार किया गया है, जो कि 17 जून को बिहार के दरभंगा में हुए ब्लास्ट में शामिल थे।

इन गतिविधियों के उजागर होने के बाद सुरक्षा एजेंसिया और ज्यादा चौकस हो गई हैं। कांवड़ यात्रा नजदीक है, ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मंथन शुरू हो गया है। अलर्ट जारी होने के बाद देर शाम पुलिस भी सक्रिय हो गई। जगह-जगह चेकिंग अभियान चला, जहां संदिग्ध वाहनों को रोककर तलाशी ली गई।

खासकर प्रमुख चौराहो पर सुरक्षा का दायरा बढ़ाया गया। थानेदारों के साथ-साथ सर्किल ऑफिसर तक फोर्स के साथ चेकिंग करते दिखाई दिए। हालांकि साप्ताहिक बंदी के चलते बाजार बंद रहे। सोमवार से शहर के प्रमुख बाजारों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे स्थान जहां भीड़भाड़ अधिक रहती है, उनके लिए विशेष सुरक्षा प्लान बनाकर काम करने की बात अफसरों ने कही है। शहर के मॉल, बड़े बाजार के अलावा सरकारी प्रतिष्ठानों की भी निगरानी बढ़ाई गई है।