पटना। प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां कात्यायनी स्थान परिसर में सोमवार को सांसद चौधरी महबूब अली कैसर और बेलदौर विधायक पन्नालाल सिंह पटेल ने संयुक्त रूप से साढ़े 17 लाख की लागत से बनने वाले आरओ प्लांट का शिलान्यास किया। इस मौके पर चौथम सीओ भरत भूषण सिंह भी मौजूद थे। इधर शिलान्यास समारोह जैसे ही समाप्त हुआ वैसे ही कुछ स्थानीय लोग सीओ के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। आक्रोशित लोगों से वार्ता करने के लिए सीओ आगे बढ़े। इस दौरान नारेबाजी कर रहे लोग सीओ के साथ हाथापाई करने लगे और उनकी शर्ट को फाड़ दिया। वहां मौजूद कुछेक स्थानीय लोगों की मदद से किसी तरह भीड़ से सीओ को निकाला गया।

इस बीच सांसद व विधायक अपने-अपने बाडीगार्ड के साथ मूकदर्शक बने रहे। इधर डीएम आलोक रंजन घोष ने बताया कि घटना के बारे में जानकारी ली जा रही है। वहीं सांसद के मोबाइल पर रिंग होते रहा, लेकिन काल रिसीव नहीं हुआ। जबकि विधायक का मोबाइल आफ बता रहा है। इसलिए उन दोनों का पक्ष नहीं जाना जा सका।

उल्लेखनीय है कि बीते एक अक्टूबर को कात्यायनी मंदिर में रखे दान पेटी से जबरन राशि निकालने से संबंधित मामले की जांच सीओ द्वारा की गई थी। जांच रिपोर्ट में सीओ ने न्यास समिति के कुछेक सदस्यों पर दान पेटी से राशि निकालने का आरोप लगाया है। लोगों का कहना है कि उसी जांच रिपोर्ट के कारण सीओ से 17 अक्टूबर को कुछेक लोगों ने हाथापाई की।

इधर सीओ भरत भूषण सिंह ने बताया कि स्थानीय विधायक पन्नालाल सिंह पटेल ने उन्हें कात्यायनी स्थान बुलाया था। जहां शिलान्यास के बाद कात्यायनी न्यास समिति के सदस्य सह पूर्व जिप सदस्य अरुण यादव के रिश्तेदार प्रह्लाद यादव, न्यास समिति के सदस्य संजय साहू समेत कुछ लोगों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया है। उन्होंने कहा कि घटना के समय वरीय पुलिस अधिकारियों को फोन किया, लेकिन रिसीव नहीं किया जा सका। इस बीच उन्होंने मानसी थानाध्यक्ष को भी फोन किया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें किसी प्रकार की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि लगता है कि साजिश के तहत उनके साथ घटना को अंजाम दिया गया है। अगर स्थानीय लोगों द्वारा उन्हें नहीं बचाया जाता, तो बड़ी घटना घट सकती थी। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा थाना में आवेदन दिया जा रहा है।