23 अक्टूबर को धनतेरस का पर्व धूमधाम से मनाया जाएग। वहीं ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से भी ये दिन काफी खास है क्योंकि इस दिन शनि ग्रह मकर राशि में उल्टी चाल से चलने लगेंगे। ऐसे में हर राशि के जातकों के दिन पर शुभ या अशुभ प्रभाव पड़ेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, धनतेरस के दिन शनि मार्गी होने के साथ-साथ मां लक्ष्मी के साथ कुबेर भगवान की भी पूजा होगी। ऐसे में शनि के मार्गी होने वाले दुष्प्रभावों को कम करने के लिए इस जिन कुछ मंत्रों का जाप करना चाहिए। इन मंत्रों का जाप करने से शनिदेव के साथ मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इससमय शनि मकर राशि में वक्री चाल (उल्टी चाल) से चल रहे हैं। वहीं धनतेरस यानी 23 अक्टूबर को शनि मार्गी हो जाएंगे। शनि ग्रह 23 अक्टूबर को सुबह 4 बजकर 19 मिनट पर मकर राशि में ही सीधी चाल से चलने लगेंगे और जनवरी 2023 तक इसी अवस्था में रहेंगे।

शनि ग्रह धनतेरस के दिन मार्गी हो रहे हैं। ऐसे में इस मंत्रका जाप करना चाहिए। इस मंत्र का कम से कम 7 बार जाप करना चाहिए। इस मंत्र का जाप करने से रोग-दोष और डर से निजात मिल जाती है और धन वैभव, ऐश्वर्य और आरोग् की प्राप्ति होती है।

ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिया। कंटकी कलही चाऽथ तुरंगी महिषी अजा।।
शनेर्नामानि पत्नीनामेतानि संजपन् पुमान्। दुःखानि नाशयेन्नित्यं सौभाग्यमेधते सुखम।।
शनि के इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को मिलने वाले कष्टों से छुटकारा मिल जाता है।
ॐ सूर्यपुत्राय विद्महे मृत्युरूपाय धीमहि तन्नो सौरि: प्रचोदयात॥
करें धनवंतरी देव के इस मंत्र का जाप

शनिदेव धनतेरस के दिन मार्गी हो रहे हैं। इसलिए इसके अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए भगवान धनवंतरी की भी पूजा कर सकते हैं। धनवंतरी जी के इस मंत्र का जाप करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी और मां लक्ष्मी के साथ शनि देव की कृपा बनी रहेगी।

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ऊं तत्पुरुषाय विद्महे अमृत कलश हस्तय धीमहि तन्नो धन्वंतरिप्रचोदयात।