मेरठ। दीपावली त्‍योहार के करीब आने पर मौसम में बदलाव दिखने लगा है। सुबह और शाम को हल्‍की ठंड होने लगी है। वहीं कुछ स्‍थानों पर सुबह के समय हल्‍का कोहरा भी नजर आ रहा है। तापमान में भी अंतर नजर आने लगा है। बारिश के अभी कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। लेकिन प्रदूषण को लेकर खबर अच्‍छी नहीं है। मेरठ में वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़ा हुआ दर्ज किया गया था।

वेस्‍ट यूपी में प्रदूषण की स्थिति लगातार खराब बनी हुई है। मंगलवार को मेरठ और मुजफ्फरनगर देश में दूसरे स्थान पर रहे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शाम चार बजे जारी बुलेटिन में इन दोनों शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 298 दर्ज किया। कुल 177 शहरों में हापुड़ प्रथम स्थान पर रहा। यहां का एक्यूआइ 299 था। देश में सोमवार को मेरठ प्रथम और मुजफ्फरनगर दूसरे स्थान पर था। दीपावली के पहले प्रदूषण की गंभीर को लेकर अभी भी कोई सुरक्षात्मक उपाय नहीं उठाए गए हैं। रैपिड, हाई वे का निर्माण और उखड़ी हुई सड़कों से उड़ रही धूल ने शहरवासियों को त्रस्त कर दिया है। इसके बावजूद प्रशासन, प्रदूषण कार्यालय और अन्य जिम्मेदार अभी मूक दर्शक बने हुए हैं।

मेरठ में बुधवार को अधिकतम तापमान 32.2 और न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि मंगलवार को अधिकतम तापमान 31.6 और न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस रहा। रविवार को अधिकतम तापमान 32.5 और न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं शनिवार को अधिकतम तापमान 31.9 और न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस था। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 31.0 और न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस रहा।।

अक्‍टूबर माह में इस बार चार गुनी बरसात हो चुकी है। इसके पहले वर्ष 2013 में 91 मिलीमीटर वर्षा हुई थी। यह बरसात धान के लिए नुकसानदेह साबित हुई है। गन्ने की फसल को इस समय इतने ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है। निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट ने 12 अक्टूबर तक रुक रुक कर बूंदाबांदी जारी रहने की संभावना जताई गई थी।