बोकारो. विज्ञान चाहे कितना भी आगे बढ़ गया है, लेकिन प्रकृति के सामने ये हमेशा कम ही नजर आता है. कहने को तो इंसान चांद पर पहुंच गया है, लेकिन धरती के कई रहस्यों में से आज तक पर्दा नहीं उठा पाया है. कुदरत ने ऐसी कई रहस्यमयी जगह बनाई हैं, जिनको देखकर लोग आज भी दांतों तले अंगुली दबा लेते हैं. भारत में एक ऐसा ही कुंड है, जिसके राज आज भी अनसुलझे हैं. इस कुंड के अगर ताली बजाई जाए तो इसका पानी खुद ही बाहर आने लगता है.
भारत के इस रहस्यमयी कुंड का नाम दलाही कुंड है. यह झारखंड के बोकारो शहर से 27 किमी दूर स्थित है. इस कुंड के सामने अगर ताली बजाई जाए तो पानी ऊपर की तरफ आने लगता है. इसको देखकर लगता है कि मानों किसी बर्तन में पानी उबल रहा है. इस कुंड का रहस्य आज भी एक राज ही है. इस कुंड को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं.
इस कुंड का पानी गर्मियों के मौसम में ठंडा और सर्दियों में गर्म रहता है. ऐसी मान्यता है कि इस कुंड में नहाने से चर्म रोग दूर हो जाते हैं. हालांकि, इस बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि पानी में सल्फर और हीलियम है, जिस वजह से चर्म रोग दूर हो जाता है.
इस जगह पर हर साल मकर संक्रांति पर बहुत बड़ा मेला लगता है. यह रहस्यमय कुंड देवता दलाही गोसाई का पूजा स्थल है.यहां लोग हर रविवार को पूजा करते हैं. कुंड के प्रति लोगों की बहुत आस्था है. लोगों का ऐसा मानना है कि इसमें नहाने से जो भी मन्नतें मांगी जाएं, वह पूरी होती हैं.
इस कुंड के बारे में कई वैज्ञानिकों ने शोध कि तो पता चला कि इसका पानी जमुई नाम के एक नाले से होता हुआ गर्गा नदी में जाता है. ताली बजाने पर ध्वनि तरंगों से होने वाले कंपन के कारण पानी ऊपर की ओर आने लगता है.
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