नोएडा। यातायात जाम की समस्या से शहर को निजात दिलाने के लिए मंगलवार मुख्यमंत्री दो अंडरपास और एक लिंक रोड का तोहफा देने जा रहे है, जिसका लोकार्पण ग्रेटर नोएडा से करेंगे। इसमें नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे स्थित कोंडली गांव पर बनाया गया अंडरपास और फरीदाबाद नोएडा गाजियाबाद (एफएनजी) स्थित बहलोलपुर अंडरपास शामिल है।
इसके अलावा ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बिसरख के रास्ते आने जाने के लिए सोहरखा गांव के बाहर लिंक रोड शामिल है। इससे इस रास्ते आने जाने वाले नोएडा, ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लाखों लोगों को राहत मिलेगी। नोएडा प्राधिकरण ने सात सौ करोड़ से अधिक लागत से सात परियोजनाओं को पूर्ण किया है, जिसका लोकार्पण मंगलवार को मुख्यमंत्री की ओर से किया जाएगा।
नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के चैनेज 19.400 किलोमीटर पर गांव कोंडली में 46 करोड़ रुपये की लागत से 785 मीटर लंबा चार लेन का अंडरपास का निर्माण कराया गया है। इस अंडरपास के बनने से सेक्टर-150, 149, 148, 153, 151 व 152 के निवासियों के साथ गांव कोंडली, गढ़ी समस्तीपुर, मोमनाथन, सफीपुर के लोगों को फायदा होगा। गांव से शहर की कनेक्टिविटी बढेगी।
गाजियाबाद से नोएडा में छिजारसी के रास्ते प्रवेश करने पर लोगों को जाम की समस्या से जुझना पड़ता है, लेकिन नोएडा प्राधिकरण ने बहलोलपुर गांव के पास लंबे समय से रुके अंडरपास का निर्माण कराया है। 30.29 करोड़ रुपये की लागत से बने 37.50 मीटर लंबे और 24.20 मीटर चौड़े सेक्टर-69 स्थित बहलोलपुर अंडरपास सेक्टर-62, 63, 64, 65, 66, 67, 69 समेत ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ओर से आने जाने वाले वाहनों का आवागमन सुगम होगा। यहां से फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (एफएनजी) की राह भी आसान होगी।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ओर आने जाने वाले मात्र पर्थला गोलचक्कर था। इस पर जाम विकराल रूप ले रहा है। स्थाई हल के लिए नोएडा प्राधिकरण ने पर्थला गोलचक्कर पर केबल सस्पेंशन फ्लाईओवर का निर्माण करा रहा है। निर्माण के चलते प्रतिदिन यहां पर जाम की स्थिति रहती है। इसलिए लोगों को दोनों शहरों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए सेक्टर-115 व 112 के सामने सोहरखा गांव के सामने से ग्रेनो वेस्ट सेक्टर-एक व टेक जोन 4 की ओर से आने वाले 60 मीटर चौड़ी सड़क को एफएनजी पर सोहरखा गांव के सामने 900 मीटर लंबाई में लिंक रोड बनाकर जोड़ दिया है।
लंबे समय से नोएडा प्राधिकरण की की ओर से शहर के बच्चों के लिए एक चिल्ड्रेन पार्क कर निर्माण करवा रहा था। जो पूरा हो चुका है। शिवालिक एवं चिल्ड्रेन पार्क को बनाने में 14 साल के बच्चों को ध्यान में रखा गया। सेक्टर-33 ए में 8.5 एकड़ में 8.65 करोड़ रुपये की लागत खर्च की गई है, जिससे नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली के बच्चों को भी पार्क की ओर आकर्षित किया जा सके।
नोएडा में एकीकृत सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए इंट्रीग्रेटेड सिक्योरिटी एवं ट्रैफिक मैनेजमेंट (आइएसटीएमएस) को विकसित किया है, जिसकी हाल में मुख्यमंत्री ने निरीक्षण कर तारीफ की थी। इस सिस्टम को विकसित करने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर-94 स्थित कमांड कंट्रोल सेंटर पर एक अत्याधुनिक कंट्रोल रूप तैयार किया है। इसमें नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर 177, शहर के 82 चौराहों पर 1065 और 25 संवेदनशील जगहों पर 120 मल्टीडाइमेंशनल कैमरे लगए गए है, जिसकी मानिटरिंग कंट्रोल रूप से हो रही है। साथ ही नियमों का पालन कराने में ई-चालान जनरेट किया जा रहा है। इस सिस्टम को विकसित करने में में प्राधिकरण ने 68.42 करोड़ रुपये खर्च किया है।