नई दिल्ली. जीवनयापन करने के लिए कुछ लोग बिजनेस करते हैं तो कुछ लोग जॉब करते हैं. वहीं ज्यादातर जॉब करने वाले लोगों की सैलरी उनके बैंक अकाउंट में ही ट्रांसफर कर दी जाती है. हालांकि कुछ लोग सैलरी अपने सैलरी अकाउंट में लेते हैं और कुछ लोग सैलरी अपने सेविंग अकाउंट में ले लेते हैं. वहीं सैलरी अगर सैलरी अकाउंट में ली जा रही है तो लोगों को काफी बेनेफिट्स भी मिलते हैं. इसलिए सैलरी लेने के लिए सैलरी अकाउंट खोलने से काफी फायदा हो सकता है.

आपका वेतन खाता कई अन्य लाभों के साथ आता है जिनका आप बैंक द्वारा दिए गए लाभों और सुविधाओं के अनुसार आनंद ले सकते हैं. आप इस वेतन खाते के तहत इन लाभों का पूरी तरह से उपयोग कर सकते हैं जैसे एटीएम, क्रेडिट कार्ड के माध्यम से असीमित मुफ्त लेनदेन जो आप अपने नियमित बचत बैंक खाते से नहीं कर पाएंगे. आइए जानते हैं सैलरी अकाउंट के फायदों के बारे में…

सैलरी अकाउंट पर जीरो बैलेंस की सुविधा दी जती है. अगर आपके खाते में जीरो बैलेंस है तो बैंक आप पर किसी तरह का कोई चार्ज नहीं वसूलेगा, जबकि सामान्य बचत खाते में न्यूनतम बैलेंस रखना बहुत जरूरी है, नहीं तो पेनाल्टी देनी होगी.

सैलरी अकाउंट से जुड़े अधिकांश बैंक किसी भी बैंक के एटीएम में मुफ्त असीमित लेनदेन की पेशकश करते हैं. इसका सीधा मतलब है कि आपको इस बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है कि आपने एक महीने में कितनी बार एटीएम से ट्रांजैक्शन किया है.

कई बैंक वेतन खातों पर लॉकर शुल्क माफ करते हैं. एसबीआई में सैलरी अकाउंट होल्डर के लिए लॉकर शुल्क पर 25 प्रतिशत तक की छूट मिलती है.

वेतन खाते के साथ कई बैंक डीमैट खाता, लोन सुविधा, क्रेडिट कार्ड आदि की सुविधा भी प्रदान करते हैं. आपको चेक बुक, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग और अन्य सुविधाएं जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं.