नई दिल्ली. आधार कार्ड नंबर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण द्वारा जारी किया गया सबसे महत्वपूर्ण डाक्यूमेंट्स है. आज के समय में यह सबसे जरूरी डॉक्यूमेंट में से एक है. भारत में बुजुर्ग से लेकर नवजात शिशु तक सभी के लिए इसका होना जरूरी है. चाहे बैंक हो या फिर कोई सरकारी काम हर जगह इस डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है. इसलिए इसे बनवाना सबके लिए जरूरी है. अगर आपके घर में भी नवजात शिशु है तो आप उसका आधार कार्ड जरूर बनवा लें हमेशा काम आएगा. आइए जानते हैं क्या है प्रोसेस?
UIDAI ने इसी कड़ी में अब बच्चों के लिए भी आधार बनवाने को अनिवार्य कर दिया है और अब पेरेंट्स न्यूबॉर्न बेबी का भी आधार कार्ड आसानी से बनवा सकते हैं. नवजात शिशु के आधार कार्ड के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन किया जा सकता है. ऑफलाइन प्रक्रिया के लिए, किसी को निकटतम आधार नामांकन केंद्र पर जाने की जरूरत है,सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जमा करने वाले फॉर्म को भरें.
यूआईडीएआई केवल नवजात शिशु के आधार कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन की अनुमति देता है. इसके लिए आवेदकों को UIDAI की वेबसाइट पर जाना होगा, पंजीकरण लिंक पर क्लिक करना होगा और वहां मांगी गई जानकारी को भरना होगा.
1. सबसे पहले UIDAI के आधिकारिक वेबसाइट पर uidai.gov.in पर लॉग इन करें.
2. इसके बाद होम पेज पर दिए गए आधार कार्ड पंजीकरण लिंक पर क्लिक करें.
3. इसके आप बच्चे का नाम, माता पिता का फोन नंबर, ई मेल आईडी व अन्य जरूरी डिटेल्स दर्ज करें.
4. नवजात बच्चे की डिटेल्स भरने के बाद अन्य जानकारी जैसे पता, स्थानीयता, जिला, राज्य और नवजात शिशु से संबंधित अन्य जनसांख्यिकीय जानकारी भरें.
5. इसके बाद Fix Appointment टैब पर क्लिक करें.
6. नवजात शिशु के आधार कार्ड पंजीकरण की तारीख निर्धारित करें.
7. आगे बढ़ने के लिए निकटतम आधार नामांकन केंद्र चुनें.
ऑनलाइन फॉर्म जमा करने और नवजात शिशु के आधार कार्ड के लिए बैठक का समय निर्धारित करने से पहले, माता पिता को सलाह दी जाती है कि वे बच्चे के आधार विवरण में जन्मतिथि की जांच करें क्योंकि इसे बाद में केवल एक बार सुधारा जा सकता है. साथ ही ध्यान रखने वाली बात यह है कि जब वे पांच साल के हो जाते हैं, तो उन्हें आधार के साथ अपनी बायोमेट्रिक जानकारी जैसे उंगलियों के निशान आदि रजिस्टर्ड करने की आवश्यकता होगी.