शाहजहांपुर। रोजा पुलिस, एसओजी व एसटीएफ की संयुक्त टीम द्वारा जमुका दोराहे पर पकड़े गए नेपाल के तस्कर मोहम्मद इकबाल का नेटवर्क पश्चिमी यूपी के कई जिलों में फैला है। उसके पास से मिला फर्जी आधार कार्ड यात्रा के दौरान काम आता था। यह आधार कार्ड तस्कर ने दस हजार रुपये में बनवाया था।
रोजा थाना प्रभारी केबी सिंह, एसओजी प्रभारी रोहित सिंह व एसटीएफ के सिपाहियों ने शुक्रवार शाम जमुका दोराहे के पास से 13 किलो 50 ग्राम चरस के साथ इकबाल को गिरफ्तार किया था। वह नेपाल के जिला कपिलवस्तु के थाना कृष्णानगर के वार्ड नंबर दो सिमरा का रहने वाला है। पुलिस के पूछताछ करने पर उसने कई राज खोले।
एसपी सिटी संजय कुमार ने बताया कि नेपाल-भारत की सीमा पर कृष्णानगर में इकबाल रहता है इसलिए वह आसानी से बॉर्डर के दोनों तरफ आता-जाता रहता था। नेपाल से चरस लेकर पश्चिम बंगाल के कई जिलों में सप्लाई करता था। पूर्व में तस्करी करने पर कानपुर व गोंडा में पकड़े जाने पर जेल भी गया।
एसपी सिटी ने बताया कि नेपाल के चंद्रोटा का रहने वाला विष्णु उसे चरस देता था। वहां से विभिन्न साधनों से होते हुए शामली के जनपद कैराना के शादाब को इकबाल चरस सप्लाई करता था। कैराना में बस अड्डे के पास उसे चरस के बदले रुपये मिलते थे। वह सीधी बस न पकड़कर कई साधनों से सफर तय करता था। इकबाल के पास लोहिया नगर बरहनी जिला सिद्घार्थनगर का आधार कार्ड मिला है। इकबाल ने ट्रेन व बस में सफर के दौरान चेकिंग से बचने के लिए दस हजार रुपये देकर फर्जी आधार कार्ड बनवाया था।