हिंदू धर्म में व्रत एवं त्योहारों का विशेष महत्व होता है। हर महीने के कृष्ण पक्ष व शुक्ल पक्ष में कई व्रत व त्योहार आते हैं। इस समय मार्गशीर्ष मास का शुक्ल पक्ष चल रहा है। 29 नवंबर 2022 को मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। जानें मार्गशीर्ष मास में कब रखा जाएगा एकादशी व प्रदोष व्रत। जानें 29 नवंबर से 05 दिसंबर तक कौन-से आएंगे व्रत त्योहार

29 नवंबर (मंगलवार) मार्गशीर्ष शुक्ल षष्ठी प्रात 11.05 मिनट तक, पंचक प्रारंभ सायं 07.52 मिनट से। चंपा षष्ठी व्रत।

30 नवंबर (बुधवार) मार्गशीर्ष शुक्ल सप्तमी प्रात 08.59 मिनट तक, पंचक, भक्त नरसिंह मेहता जयंती।

01 दिसंबर (गुरुवार) मार्गशीर्ष शुक्ल अष्टमी प्रात 07.22 मिनट तक तदनन्तर नवमी रात्रि 06.15 मिनट (सूर्योदय से पहले) तक, पंचक।

02 दिसंबर (शुक्रवार) मार्गशीर्ष शुक्ल दशमी रात्रि 05.40 मिनट (सूर्योदय से पूर्व) तक, तदनन्तर एकादशी।

03 दिसंबर (शनिवार) मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी रात्रि 05.35 मिनट (सूर्योदय से पूर्व) तक, पंचक समाप्त, मोक्षदा एकादशी व्रत (स्मार्त), गीता जयंती, मौनी एकादशी (जैन)।

04 दिसंबर (रविवार) मार्गशीर्ष शुक्ल द्वादशी रात्रि 05.58 (सूर्योदय से पूर्व) तक, अखंड द्वादशी।

05 दिसंबर (सोमवार) मार्गशीर्ष शुक्ल त्रयोदशी रात्रि 06.32 (सूर्योदय से पूर्व) तक, सोम प्रदोष व्रत, अनंग त्रयोदशी व्रत।