मथुरा। यूपी के मथुरा जनपद में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई। किशोरी ने सामूहिक दुष्कर्म से पहले हत्यारोपितों से संघर्ष भी किया था। जिस खेत में ये घटना हुई, वहां गेहूं की छोटी-छोटी पौध तैयार है। घटनास्थल पर पौध टूटकर खेत में बिछ गई, इससे ऐसा अनुमान लगाया जा सकता है। घटनास्थल पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने घटना से संबंधित साक्ष्य जुटाए हैं।
किशोरी ने आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की थी। इस वर्ष उसने स्कूल में दाखिला नहीं लिया था। घटनास्थल पर आरोपित योगेंद्र सिंह और देशराज पहले से मौजूद थे। जैसे ही किशोरी छोटी बहन के साथ पहुंची, दोनों ने उसे पकड़ लिया। करीब दस साल की बहन डर के मारे मौके से भागी और बिलखती हुई घर पहुंची। स्वजन घटनास्थल पर पहुंचे तो किशोरी का शव पड़ा था और कपड़े अस्त-व्यस्त थे। उसके गुप्तांग से भी खून आ रहा था। जिस स्थान पर किशोरी का शव मिला, वहां गेहूं की पौध पूरी तरह टूट चुकी थी। घटनास्थल देखकर ये आशंका जताई जा रही है कि हत्या से पहले उसने आरोपितों से बचने के लिए संघर्ष भी किया था। लेकिन सफल नहीं हो पाई।
हत्यारोपित योगेंद्र सिंह हाथरस के सासनी के पास सींग गांव का रहने वाला है। वह यहां पर करीब दो वर्ष से अपने जीजा के पास रहता है। दूसरा आरोपित देशराज यहीं का रहने वाला है। दोनों मजदूरी करते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि युवकों की उम्र करीब 22 वर्ष है। उनका फिलहाल कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। दोनों युवक भी अनुसूचित जाति के हैं। पुलिस इनके बारे में ग्रामीणों से और तथ्य पता कर रही है। एसपी देहात त्रिगुण सिंह विसेन ने बताया कि हर पहलू की जांच की जा रही है। युवकों से पूछताछ की जा रही है।
मृतका चार भाई और दो बहन थीं। किशोरी अपने परिवार में सबसे बड़ी थी। उसकी हत्या की सूचना से स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है। मां बार-बार गश खाकर गिरती रही और स्वजन पानी का छींटा मारकर उसे होश में लाते रहे।
किशोरी को जब युवकों ने पकड़ा तो छोटी बहन डर के भागी। घटना के काफी देर बाद भी उसके चेहरे पर डर साफ दिखाई दिया। बहन का शव देख वह बिलखने लगी, तो स्वजन कुछ देर के लिए उसे दूर ले गए।