उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव में वोटिंग में धांधली के आरोप लग रहे हैं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के वोट रोकने का आरोप लगाया है. वहीं, इस सीट से सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने ट्वीट करके बताया कि डीएम मैनपुरी चुनाव में हो रही धांधली की शिकायत को लेकर सपा कार्यकर्ताओं का फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं.
UP की मैनपुरी लोकसभा सीट और रामपुर, खतौली विधानसभा सीट पर मतदान डाले जा रहे हैं. इस चुनाव को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल की तरह देखा जा रहा है. एक तरफ मैनपुरी सीट का रिजल्ट देश की राजनीति में सपा प्रमुख अखिलेश यादव का राजनीतिक कद तय करेगा, तो दूसरी तरफ रामपुर सीट आजम खान के परिवार की राजनीति का भविष्य तय करेगी. वहीं, मुजफ्फरनगर की खतौली सीट पर बीजेपी अपना वर्चस्व बनाए चाहती है.
मैनपुरी लोकसभा सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है. मुलायम यहां से 2019 में लोकसभा चुनाव जीत कर संसद पहुंचे थे. मैनपुरी सीट पर मुलायम की बहू डिंपल यादव चुनाव लड़ रही हैं, तो बीजेपी ने कभी मुलायम के करीबी रहे रघुराज शाक्य को मैदान में उतारा है.
मैनपुरी में यादव वोट बड़ी संख्या में हैं. जबकि उसके बाद शाक्य वोट हैं. मैनपरी सीट पर लगभग 17 लाख वोटर हैं. इनमें तकरीबन 4.30 लाख वोटर यादव हैं. इसके बाद 2.90 लाख शाक्य वोटर हैं. साथ ही यहां 1.80 लाख दलित वोटर हैं. चुनावी मैदान से बसपा गायब है. राजनीतिक पंडित मानते हैं कि यह वोट अगर बीजेपी के साथ आ गए तो मैनपुरी में यादव परिवार का वर्चस्व खत्म हो सकता है.