मैनपुरी. मतदाताओं का मिजाज कब बदल जाए ये किसी को नहीं पता। लोकसभा उप चुनाव में भी मैनपुरी और भोगांव विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं में ऐसा ही कुछ देखने को मिला। विधानसभा चुनाव में दोनों सीटों से भाजपा को जिताकर भेजने वाले मतदाताओं ने लोकसभा उप चुनाव में भाजपा को चित कर दिया। यहां बड़े अंतर से भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। अब देखना ये है कि आगामी निकाय चुनाव में मतदाताओं का मिजाज क्या रहता है।
नौ माह पहले फरवरी 2022 में विधानसभा चुनाव हुए थे। इसमें मैनपुरी सदर सीट से भाजपा ने ठाकुर जयवीर सिंह और सपा ने सिटिंग विधायक राजकुमार यादव उर्फ राजू यादव को उतारा था। परिणाम आए तो भाजपा के ठाकुर जयवीर सिंह 6766 वोट से विजेता बने। वहीं भोगांव में भी भाजपा प्रत्याशी रामनरेश अग्निहोत्री ने सपा प्रत्याशी आलोक शाक्य को 4767 वोटों से हरा दिया। मैनपुरी विधानसभा सीट पर दस साल बाद भाजपा जीती तो लोगों को लगा कि अब मैनपुरी के मतदाता भाजपा के पक्ष में हैं। लेकिन दिसंबर के प्रथम सप्ताह में ही हुए लोकसभा उप चुनाव ने ये तस्वीर बदल दी।
सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने मैनपुरी सदर क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य को 35982 वोटों से हराया। ये आंकड़ा विधानसभा में हुई जीत का लगभग आठ गुना है। वहीं भोगांव में भी सपा ने 25368 वोटों से भाजपा को हराया। विधानसभा चुनाव में हार के अंतर से ये अंतर भी लगभग छह गुना है। आखिर ऐसा क्या हुआ, जो नौ माह में ही जनता ने परिणाम बदलकर रख दिया। इसके पीछे कहीं न कहीं विकास में मैनपुरी की अनदेखी और बेरोजगारी जिम्मेदार रही। इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा। लेकिन बजाए जनता की नाराजगी को जानकार उसे दूर करने के भाजपा अलग-अलग आरोप सपा पर लगा रही है।
जिले में दस नगर निकायों के लिए चुनाव प्रस्तावित है। लोकसभा उप चुनाव के अप्रत्याशित परिणामों के बाद अब नगर निकाय चुनाव में भी इसका असर नजर आए। सपा के कार्यकर्ताओं में जीत के बाद उमंग हैं वहीं भाजपा मायूस है। इसके चलते सपा इस बार निकाय चुनाव में भी चौंका सकती है। हालांकि वास्तविकता का पता बाद में ही चल सकेगा।
डिंपल यादव, सपा-105795
रघुराज शाक्य, भाजपा- 69813
बढ़त- 35982
विधानसभा क्षेत्र भोगांव
डिंपल यादव, सपा-99186
रघुराज शाक्य, भाजपा- 73818
बढ़त- 25368