कोलकाता: उत्तर प्रदेशके बाद शराब पीने वाले लोगों की संख्या के मामले में पश्चिम बंगाल दूसरे स्थान पर है. इकोनॉमिक रिसर्च एजेंसी इक्रियर और लॉ फर्म पीएलआर चैंबर्स के एक संयुक्त अध्ययन में यह तथ्य सामने आया है.

स्टडी के अनुसार, पश्चिम बंगाल में करीब 14 करोड़ लोग ऐसे हैं, जो शराब पीते हैं. यह राज्य के 3 प्रमुख राजस्व कमाई वाले क्षेत्रों में है. इसमें कहा गया है कि राज्य में प्राइस मॉडल में हाल में बदलाव किया गया है. इसे मुक्त बाजार से निचला एक्स-डिस्टिलरी मूल्य (EDP) किया गया है. शराब पर टैक्सों में बढ़ोतरी हुई है जो उद्योग के लिए एक प्रमुख चिंता की वजह है. वहीं, खुदरा कीमतों में भारी बढ़ोतरी से राज्य में देश में बनी विदेशी शराब (आईएमएफएल) की बिक्री में गिरावट आई है.