नई दिल्ली। अगर आपका डीएल अभी तक नहीं बना है और आप पहली बार लर्निंग लाइसेंस के लिए आवदेन करने जा रहे हैं तो कुछ महत्वपूर्ण बातों का जरूर ध्यान दें। ताकि, आपका आवेदन रद्द न हो जाए। आज इस खबर में हम आपको उन जरूरी बातों की जानकारी देने जा रहे हैं, जो आपको जल्द से जल्द ड्राइविंग लाइसेंस दिलवाने में मददगार साबित ही सकता है। ये टेस्ट ट्रैक आपके ड्राइविंग स्किल्स को दर्शाता है।
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने के पहले आप गाड़ी चलाना सीख लें, ताकि टेस्ट को आप आसानी से पास कर सकें। ड्राइविंग सीखने के साथ-साथ आपको सड़कों के किनारे बने ट्रैफिक चिह्न के बारे में भी विस्तार से जानना होगा। बहुत से लोग टेस्ट ड्राइव के समय क्वालिफाई नहीं कर पाते हैं उसका मुख्य कारण गाड़ी को सही से न सीख पाना है।
अधिकतर केस बैक गियर पर वाहन चलाने के सामने आते हैं, जहां आवेदक टेस्टिंग ट्रैक पर अपनी गाड़ी को नहीं घूमा पाता है। जब भी ड्राइविंग टेस्ट दे रहे हों उस समय ये जरूर सुनिश्चित कर लें कि आप सही इंडिकेटर्स का इस्तेमाल कर रहे हैं या नहीं। टेस्टिंग ट्रैक पर टर्न आने पर यदि आप सही समय पर इंडिकेटर का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, तो आपका टेस्ट रद्द भी किया जा सकता है, क्योंकि ड्राइव करने के दौरान इंडिकेटर का इस्तेमाल पता होना बेहद जरूरी होता है।
डीएल के लिए आवदेन करने के बाद आपको ट्रैफिक नियमों और ट्रैफिक चिन्हों के बारे में पता होना चाहिए। सड़क पर आने वाले रोड ब्रेकर, टर्न या फिर नो पार्किंग जैसे चिह्न को पहचानकर आप आराम से वाहन चला सकते हैं। टेस्ट के दौरान आपसे ट्रैफिक नियमों और चिन्हों से जुड़े हुए सवाल भी पूछे जाते हैं जहां आपको काफी समझदारी से जवाब देना होगा।
लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन करते समय मेडिकल सर्टिफिकेट के जरूरत होती है, जो यह बताता है कि आवेदक शारिरिक रूप से वाहन चलाने में सक्षम है। इसके अलावा, कलर ब्लाइंडनेस टेस्ट सबसे जरूरी टेस्ट में से एक होता है। अगर इसमें आप फेल हो जाते हैं तो आपका ड्राइविंग लाइसेंस के लिए किया गया आवेदन रद्द हो सकता है।