आगरा:ताजनगरीमें शनिवार को पुलिस के सामने एक अजीबोगरीब मामला सामने आया.दो पक्षों एक विदेशी तोते को लेकर अपना-अपना अधिकार बता रहे थे.मालिकाना हक का विवाद इतना ज्यादा बढ़ा कि पुलिस स्टेशन पहुंच गया.पुलिस भी असली मालिक को पहचानने में उलझ गई थी कि आखिरकार यह विदेशी तोता किसका है? क्योंकि दोनों ही पक्ष विदेशी तोते पर अपना हक जमा रहे थे.तब विदेशी तोते ने खुद ही अपना मामला सुलझा लिया.खास बात यह रही कि पिंजरे से बाहर निकलते ही तोते ने अपनी भाषा में मम्मी-पापा बोलकर अपने असली मालिक के पास पहुंच गया.तोते की इस सूझबूझ को देखकर पुलिस वाले भी हैरान रह गए.

दरअसल यह अजीबोगरीब मामला आगरा के कमला नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले दो हाई प्रोफाइल पक्षों का है.कमल नगर के रहने वाले एक परिवार को विदेशी तोता पालने का शौक था.उसने पास ही के रहने वाले अपने परिचित दूसरे पक्ष को तीन साल पहले कम पैसों में एक विदेशी तोता बेच दिया था.लेकिन पहले शख्स को किसी ने बताया कि विदेशी तोते की कीमत हजारों में होती है.वह उसे तोते के महंगे दाम दिलवा सकता है. बस इसी लालच में पहला पक्ष तोता मांगने के लिए दूसरे पक्ष के घर जा पहुंचा.जहां पर दूसरे पक्ष ने तोता देने से मना कर दिया और मामला शनिवार को थाने पहुंच गया.

पुलिस के सामने भी सवाल था कि आखिरकार तोता किस शख्स को दिया जाए.ऐसे में थाना कमला नगर के प्रभारी विपिन गौतम ने बताया कि अधिकारियों के निर्देश पर उन्होंने तोते को पिंजरे से निकालकर उसी से सही मालिक की पहचान करवाने को कहा.थाना प्रभारी ने पिंजरे में बंद तोते को एक टेबल पर रखा, पिंजरे से तोते को बाहर निकाला.दोनों पक्ष भी पास में ही खड़े थे.तोता ने खुद अपनी जुबान में मम्मी पापा बोलता हुआ उस शख्स के पास पहुंचा जो उस तोते को पिछले 3 साल से पाल रहा था.इस तरह खुद तोते ने अपने मालिक को पहचान लिया.अब यह खबर शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है.

से यह पूछा कि वह 3 साल के बाद तोते पर अपना हक क्यों जमा रहा है,तो उस आदमी ने बताया कि एक मिलने वाले ने उसे से कहा था कि विदेशी तोतों की कीमत 60 हजार रुपए से भी ज्यादा है.लेकिन उस वक्त उस ने तो तोते को बेहद कम दामों में बेच दिया था.पैसों का लालच उसके मन में जागा तो तोते को वापस लाने के लिए उसने अपना हक जमाने लगा और मामला थाने पहुंच गया.